छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस सरकार ने 100 से अधिक भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज किया है। कॉन्ग्रेस सरकार ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस को पीटने, महिला पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने, तोड़फोड़ करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, अधिकारियों से गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, रायपुर नगर निगम में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार (29 दिसंबर 2022) को विरोध प्रदर्शन किया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी और राजेश मुनाट के नेतृत्व में लगभग 5000 भाजपा कार्यकर्ता रायपुर के लोगों के लिए मूलभूत सुविधाओं की माँग कर रहे थे।
इस दौरान भाजपा ने निगम के अधिकारियों को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें 70 वार्ड की 700 समस्याएँ बताई गई थीं। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों ने उन पर बल प्रयोग किया। वहीं, पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगा रही है।
इसके बाद रायपुर नगर निगम जोन-4 के कमिश्नर विनय मिश्रा ने पुलिस में दर्ज दी कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने निगम हेडक्वार्टर में तोड़फोड़ की और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि बालकनी में पहुँचने के लिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता लोहे की गेट और ग्रिल पर चढ़ गए। इस दौरान जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे पुलिस के साथ भी मारपीट करने लगे।
भाजपा कार्यकर्ताओं पर यह भी आरोप लगाया गया है कि भीड़ को रोक रही महिला डीएसपी के साथ धक्का-मुक्की की गई और उनके बैज को नोंच दिया गया। इस दौरान उनके गले पर चोट भी आई है। कहा जा रहा है कि इस झड़प में कुल पाँच पुलिसकर्मियों को चोट आई है।
शिकायत मिलने के बाद कोतवाली पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ नामजद और बाकी अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन लोगों पर भारतीय दंड संहिता की धारा (IPC) की धारा 147, 149, 186, 294, 332, 353 और 427 के मुकदमा दर्ज किया गया है।