उत्तर प्रदेश के रामनगर के गाँव हरदासपुर में नईम बेग नाम के शख्स ने अपनी बीवी की मौत के बाद डॉक्टर को सड़क पर घसीटकर जमके पीटा। इसमें नईम के साथ उसका परिवार भी शामिल था। पुलिस ने बड़ी मुश्किल डॉक्टर को बचाकर अपनी जीप में बैठाया, लेकिन नईम और उसके परिवार वालों ने उन्हें जीप से भी खींच लिया। बाद में एसडीएम और सीओ के साथ कई थानों की फोर्स पहुँची तो डॉक्टर की जान बची।
आखिर डॉक्टर की गलती क्या थी? दरअसल, हरदासपुर गाँव में नईम बेग की 30 वर्षीय पत्नी गुलशन ने अपने घर पर 4 सितंबर को बच्चे को जन्म दिया था। प्रसव के दौरान ज्यादा खून बहने की वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई। शुक्रवार को उसे नईम ने अस्पताल में भर्ती करवाया। जाँच के बाद मालूम चला कि उसका हेमोग्लोबिन 3.9 है। डॉक्टर ने गुलशन के उपचार के लिए 36 हजार रुपए जमा करने को कहा। नईम ने 25 हजार रुपए जमा करवाए और उसे अस्पताल में भर्ती करवा दिया।
Naeem Beg’s wife delivered a child at home on Wednesday. Lost so much blood her hemoglobin was 3.9 but it was only checked when she was taken to hospital on Friday. She died.
— Be’Havin! (@WrongDoc) September 8, 2019
Naeem Beg and his folk did #MobLynching of the doctor, brazenly pulling him even from the police car. pic.twitter.com/MAx49qd6Bi
शनिवार की सुबह 11 बजे खून चढाने के दौरान गुलशन की मौत हो गई। इसके बाद नईम अपने परिवार और अन्य लोगों के साथ अस्पताल पहुँचा और हंगामा शुरू कर दिया।
कुछ देर बाद भीड़ डॉक्टर को खींचकर सड़क पर ले आई और बुरी तरह पीटने लगी। बवाल की सूचना मिलते ही पुलिस वहाँ पहुँची और डॉक्टर को गाड़ी में बैठाने की कोशिश की। किंतु गुस्साई भीड़ ने डॉक्टर को जीप से भी खींच लिया और फिर मारना शुरू कर दिया। इस दौरान भीड़ में मौजूद महिलाओं ने पुलिस से धक्का-मुक्की भी की। एसडीएम और सीओ के अलावा कई थानों की फोर्स आने के बाद मामला काबू हुआ। दोनों पक्षों में बात करवाकर मामले को शाँत करवाया गया। करीब 4 घंटे बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ।
जानकारी के मुताबिक अभी तक दोनों पक्षों में से किसी ने भी इस घटना की शिकायत पुलिस से नहीं की है, इसलिए पुलिस ने किसी भी पक्ष पर कार्रवाई नहीं की है।