Monday, November 18, 2024
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‘अखबार, मजदूर, रिकॉर्डिंग…सब गलत हैं’ : बिहार पुलिस के सामने सरेंडर के बाद आया यूट्यूबर मनीष कश्यप का Video, बताया किन आधारों पर बनाई थी Video

बिहारी मजदूरों के साथ तमिलनाडु में हुई कथित हिंसा को लेकर ‘भ्रामक रिपोर्टिंग’ करने के आरोप में जेल गए मनीष कश्यप का एक वीडियो सामने आया। यह वीडियो उनके आत्मसमर्पण से पहला का है। इस वीडियो में मनीष कश्यप ने कहा है कि कानून अंधा है। लेकिन अंधा कानून भी न्याय करता है। साथ ही उन्होंने तमिलनाडु हिंसा को लेकर नेताओं द्वारा किए गए ट्वीट, पोस्ट तथा अखबारों द्वारा छापी गई खबरों पर कार्रवाई न होने पर भी बात की है।

वीडियो शनिवार (18 मार्च 2023) का है। वीडियो में मनीष कश्यप अपनी माँ के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं। वीडियो को ‘सच तक न्यूज’ के ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “मेरे बिहारवासियों मैं जा रहा हूँ, तुम मेरी माँ की आँखों में आँसू मत आने देना। आत्मसमर्पण करने से पहले मनीष कश्यप ने अपनी माँ के साथ बिहार के लोगों से की भावुक अपील।”

वीडियो में मनीष कश्यप ने कहा है, “घर पर पुलिस वाले जाते हैं और कहते हैं बेटे को गिरफ्तार करवाइए। ठीक है, मैं गिरफ्तारी दे रहा हूँ। जेल जा रहा हूँ।” इसके बाद उन्होंने कहा है कि RJD नेता अनिल साहनी ने बिहारी मजदूरों को लेकर पोस्ट किया था। पप्पू यादव ने ट्वीट किया था। यही नहीं, मनीष कश्यप ने वकायदा अमर उजाला, प्रभात खबर, हिंदुस्तान और दैनिक भास्कर का नाम लेते हुए इन अखबारों में छपी तमिलनाडु में हुई कथित हिंसा की खबरों को दिखाया है।

मनीष कश्यप ने वीडियो में यह भी कहा है कि न तो पोस्ट और ट्वीट करने वाले नेताओं और न ही खबर छापने वाले अखबारों से किसी प्रकार का सवाल पूछा जा रहा। सिर्फ उनसे ही सवाल पूछे जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा है, “आज घरवाले भी परेशान हैं। मेरे माता-पिता परेशान हैं कि आखिर ऐसा किया क्या है मैंने। इसलिए मैं अपनी मम्मी के सामने कहना चाहता हूँ कि मैंने कुछ गलत नहीं किया। भगत सिंह ने भी कुछ गलत नहीं किया था। बस हम लोगों ने अनेकों माताओं के आँसू पोंछे हैं। उम्मीद है कि बिहार में मेरी माँ के आँखों में भी आँसू नहीं आएगा और आप लोग नहीं आने देंगे।”

उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी लड़ाई घरवालों के लिए नहीं थी बल्कि बिहार के लिए थी। अकाउंट में 42 लाख मिलने को लेकर मनीष ने कहा है कि अकाउंट में लोग पैसा रखते हैं। इसको भी पता नहीं किस तरह से पेश किया गया। बिहार के लोगों ने विनती है कि वे चीजों को समझेंगे। सब लोग मिलकर एक गलत सिस्टम के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को जीतेंगे। मनीष ने यह भी कहा है कि उन्हें पता है कि कानून अंधा है। लेकिन अंधा कानून भी न्याय करता है। आज नहीं तो कल न्याय होगा। लेकिन सिस्टम में बैठे लोग, नेता जब अंधे हो जाएँगे तो न्याय कैसे होगा?

मनीष कश्यप ने अपने खिलाफ दर्ज हुए केस के बारे में बात करते हुए कहा है, “मेरे ऊपर और भी केस दर्ज हैं। छात्रों के लिए लड़ा, इसलिए मेरे ऊपर केस हुआ। एक हरिहर व्यक्ति के बेटे के ह्र्दय में छेद था। उनके बैंक से पैसा इधर-उधर हो गया। उनके लिए लड़ा तो मेरे ऊपर केस हो गया। एक अंग्रेज जो चंपारण में हमारे लोगों से नील की खेती करवाते थे। उसकी मूर्ति तोड़ने का केस है मेरे ऊपर। इन सब पर चर्चा हो या न हो लेकिन बिहार की बर्बादी पर हमें चर्चा करना होगा।”

उन्होंने यह भी कहा है, “आखिर बिहार के मजदूर अन्य राज्यों में जाकर क्यों मार खाते हैं। यदि ये बात गलत है तो सारे अखबार गलत हैं। गलत है तो सारे मजदूर गलत हैं जिन्होंने रेलवे स्टेशन पर आकर हिंसा की बात कही। इसी तरह सारी रिकॉर्डिंग भी गलत हैं। मैं अपनी माँ से मिल लिया हूँ। अब जेल जा रहा हूँ। उम्मीद है कि आप लोग खड़े रहेंगे। जब तक आप लोग खड़े रहेंगे तब तक किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। मुझे पता है कि कानून अंधा है लेकिन आप लोग अंधे नहीं होंगे।”

बता दें कि बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के घर की जब्ती-कुर्की करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद उन्होंने शनिवार (18 मार्च 2023) को बेतिया जिले के जगदीशपुर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था। बिहार पुलिस के साथ ही तमिलनाडु पुलिस भी मनीष कश्यप पर कार्रवाई कर सकती है। तमिलनाडु पुलिस की एक टीम बिहार पहुँची है। कहा जा रहा है कि मनीष कश्यप से पूछताछ के बाद तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर उन्हें अपने साथ ले जाएगी। वहीं, गिरफ्तारी की खबर सामने आने के बाद मनीष कश्यप के समर्थकों ने जगदीशपुर थाने के बाहर एकजुट होकर बिहार पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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