केरल के कोट्टारक्कारा में स्थित हॉस्पिटल में एक मरीज ने बुधवार (10 मई 2023) को चाकू मारकर महिला डॉक्टर की हत्या कर दी। इलाज कराने के लिए पुलिस आरोपित को हॉस्पिटल लेकर आई थी। इस घटना पर केरल हाई कोर्ट ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार से कहा है यदि वह डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं दे सकते तो हॉस्पिटल बंद कर देना चाहिए।
दरअसल, डॉक्टरों की सुरक्षा हमेशा से ही बड़ा मुद्दा रहा है। पुलिस हिरासत में रहने के दौरान आरोपित द्वारा महिला डॉक्टर की हत्या करना केरल की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। ऐसे में केरल हाई कोर्ट ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान जस्टिस देवन रामचंद्रन और जस्टिस कौसर एडप्पागथ की खंडपीठ ने राज्य सरकार से कहा है कि यदि आप डॉक्टरों की रक्षा नहीं कर सकते हैं, तो अस्पतालों को बंद कर दें। यही नहीं, हाई कोर्ट ने इस संबंध में केरल पुलिस प्रमुख को गुरुवार (11 मई 2023) को ऑनलाइन पेश होने और मामले पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए कहा है, “माता-पिता के हालात की कल्पना करें। वे अपनी बेटी को अस्पताल में काम करने के लिए नहीं बल्कि सेवा करने के लिए भेजते हैं। लेकिन उसे एक ताबूत में वापस भेजा जा रहा है। जो आज हुआ है यह बेहद बुरा है।”
बता दें कि कोट्टारक्कारा के एक हॉस्पिटल में पुलिस आरोपित संदीप को इलाज के लिए लेकर आई थी। इस दौरान जब महिला डॉक्टर वंदना दास उसके घाव पर पट्टी लगा रही थीं, तब उसने सर्जरी में इस्तेमाल होने वाली चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। मृत डॉक्टर वंदना दास महज 22 वर्ष की थीं। वह अजीजिया मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हाउस सर्जन थीं। लेकिन अपनी ट्रेनिंग के लिए वह कोट्टारक्कारा के हॉस्पिटल में आई हुई थीं।
#WATCH | Kerala | Medical students, under the aegis of House Surgeons Association, protest over the murder of Dr Vandana Das, in Thiruvananthapuram.
— ANI (@ANI) May 10, 2023
She was stabbed by an accused, brought for a medical check-up by Police at Kottarakkara Taluk Hospital & died at another hospital. pic.twitter.com/9TeIe8jV7m
इस मामले में एक पुलिस अधिकारी ने कहा है कि आरोपित ने शराब पी रखी थी। इलाज के दौरान वह हिंसक हो गया। हमले में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। महिला डॉक्टर वंदना दास की हत्या के बाद डॉक्टरों में काफी गुस्सा है। तिरुवनंतपुरम में हाउस सर्जन एसोसिएशन के बैनर तले मेडिकल छात्रों ने केरल सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया।