भारतीय नौसेना ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ एक साझा अभियान चला कर केरल के कोच्चि से ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी है। इस अभियान के तहत अब तक 2500 किलोग्राम से भी ज्यादा ड्रग्स पकड़ने का दावा किया जा रहा है। ड्रग का नाम मेथमफेटामिन बताया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस ड्रग की कीमत करीब 12 हजार करोड़ रुपए आँकी जा रही है। शनिवार (13 मई 2023) को हुई इस कार्रवाई के दौरान एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है जो पाकिस्तान का बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस अभियान को ‘ऑपरेशन समुद्रगुप्त’ नाम दिया गया था। बरामद किया गया ड्रग एक बड़े जहाज के जरिए जलमार्ग से लाया जा रहा था। एक जहाज में ड्रग पाकिस्तान और ईरान की समुद्री सीमा के पास लोड किया गया था। बाद में इसे छोटी-छोटी जहाज़ों के जरिए अलग-अलग जगहों पर उतारा जाता है। बरामद ड्रग्स को ‘खुशबू’ और ‘555’ लिखे 134 बोरों में पैक किया गया था। फिलहाल NCB यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि ये शब्द या नंबर पैकिंग हैं या कोई कोड।
#WATCH | NCB & Navy conducted a successful operation in the Indian Ocean. It is the largest in terms of its monetary value. The monetary value is approx Rs 15,000 crore. It originated from the Chabahar port in Iran. The source of the drugs is Pakistan. The mother ship was being… pic.twitter.com/FvhuGTbXm0
— ANI (@ANI) May 13, 2023
ड्रग्स का मूल सोर्स पाकिस्तान बताया जा रहा है। इसके रैपर पर हाजी दाऊद एन्ड सन्स लिखा हुआ है। बरामद ड्रग का कुल वजन ढाई टन है। हिरासत में लिए गए संदिग्ध से एजेंसियों की पूछताछ जारी है। बरामद सभी वस्तुओं को मट्टनचेरी घाट लाया गया है। NCB के मुताबिक मामले में आगे की जाँच चल रही है। बताया यह भी रहा है कि NCB और नौसेना को इस कार्रवाई के पहले मालदीव और श्रीलंका से भी इनपुट मिले थे। मेथमफेटामिन की यह भारत में सबसे बड़ी जब्ती बताई जा रही है। यह एक्शन NCB के महानिदेशक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में हुआ। अभियान में DRI गुजरात ATS भी साझीदार की भूमिका में थी।