अशांत अफ्रीकी देश सोमालिया में बड़े आतंकी हमले की खबर है। युगांडा ने इस हमले में अपने 54 फौजियों के मारे जाने की पुष्टि की है। हमले का आरोप इस्लामी आतंकी संगठन अल-शबाब पर लगा है। घटना शुक्रवार (27 मई 2023) की है जब आतंकी संगठन के लड़ाकों ने बुलामारेर नामक जगह पर युगांडा के सैन्य कैम्प को निशाना बनाया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी (Yoweri Museveni) ने शनिवार (3 जून) को इन हमलों की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि युगांडा के 54 शांति सैनिक अल-शबाब के हमले में मारे गए हैं। अपने बयान में मुसेवेनी ने आगे बताया कि इस हमले के बाद युगांडा पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (UPDF) ने अदम्य साहस का परिचय दिया और मंगलवार (30 मई 2023) तक अपने बेस कैम्प को फिर से हासिल कर लिया। इस हमले के दौरान सैनिकों को गलत निर्देश देने के आरोप में युगांडा के राष्ट्रपति ने मेजर रैंक के 2 अधिकारियों के कोर्ट मार्शल के आदेश भी दिए।
Before responding to very pertinent questions raised by members of the NRM parliamentary caucus, I updated them on the incident in Somalia.
— Yoweri K Museveni (@KagutaMuseveni) June 3, 2023
Our soldiers demonstrated remarkable resilience and reorganized themselves, resulting in the recapture of the base.
We discovered the… pic.twitter.com/J3EOVKYZkg
योवेरी मुसेवेनी ने पिछले हफ्ते ही युगांडा के बेस कैम्प पर हमले की जानकारी तो दी थी लेकिन उन्होंने मृतकों की संख्या का खुलासा नहीं किया था। हालाँकि तब उन्होंने अल-शबाब को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। जानकारी के मुताबिक यह हमला सोमालिया की राजधानी मोगदिशु से 80 मील (130 किलोमीटर) दूर दक्षिण-पश्चिम दिशा में बुलामारेर में हुआ था। हालाँकि आतंकी संगठन अल-शबाब ने अपने हमले में 137 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया है। युगांडा के सभी मृतक सैनिक अफ्रीकन यूनियन ट्रांजीशन मिशन इन सोमालिया (ATMIS) के सदस्य थे।
इस बीच गुरुवार (1 जून 2023) को यूनाइटेड स्टेट्स अफ्रीका कमांड (अफ्रीकॉम) द्वारा किए गए जवाबी हवाई हमले में अल-शबाब के 3 आतंकी मारे गए हैं। ये हमला सोमालिया के दक्षिणी बंदरगाह शहर किसमायो से लगभग 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में वायंता में हुआ है। बताते चलें कि इस्लामी आतंकी संगठन अल-शबाब सोमालिया में इस्लामी शासन को स्थापित करने के लिए वहाँ हमले करता है। वह सोमालिया की वर्तमान सरकार को पश्चिम देश समर्थित मानता है। साल 2022 में सोमालिया के राष्ट्रपति हसन शेख महमूद ने भी जवाब में आतंकियों के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।