तिहाड़ जेल में बंद आतंकी यासीन मलिक की प्रोपेगेंडाबाज बीवी मुशाल हुसैन मलिक को पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री अनवारुल-हक काकर ने अपना सलाहकार बनाया है। उसने 17 अगस्त 2023 को शपथ ली। वह मानवाधिकार मामलों पर पाकिस्तानी पीएम की सलाहकार होगी। यह पहला मौका है जब किसी कश्मीरी आतंकी के परिजन को पाकिस्तान की संघीय सरकार में जगह मिली है। हालाँकि भारत विरोधी प्रोपेगेंडा के लिए उनक इस्तेमाल पाकिस्तान हमेशा से करता रहा है।
शुरुआत में मीडिया में मुशाल को कार्यवाहक सरकार में मंत्री बनाने के चर्चे थे। लेकिन 17 अगस्त को मंत्री के तौर पर जिन 16 लोगों ने शपथ ली उनमें उसका नाम नहीं था। मुशाल सहित 3 लोगों को पीएम के 3 सलाहकार के तौर पर शपथ दिलाई गई। मुशाल हुसैन और यासीन मलिक की 11 साल की बेटी रजिया सुल्तान का भी पाकिस्तान अपने प्रोपेगेंडा के लिए इस्तेमाल करता रहता है। मुशाल एक आर्टिस्ट भी है जो अक्सर अपनी अधनंगी पेंटिंग्स को लेकर चर्चा में रहती हैं।
अधनंगी पेंटिंग की वजह से चर्चा में रहती है मुशाल हुसैन मलिक
यासीन मलिक और मुशाल मलिक की जान पहचान 2005 में हुई थी। दोनों ने साल 2009 में निकाह किया। ये पूरी निकाह सेरेमनी लाइव टेलीकास्ट हुई थी। निकाह के समय मुशाल की उम्र 23 थी और यासीन 42 साल का था। मुशाल हुसैन मलिक अर्धनग्न पेंटिंग बनाती है।
मुशाल 6 साल की उम्र से पेंटिंग बनाती है और उनकी खासियत ही ये है कि वो अधनंगी औरतों की पेंटिंग बनाती है। उनकी कुछ पेंटिंग में जो महिला दिखती है उसे पीठ दिखाते, स्तन छिपाते देखा जा सकता है। वह पेस्टल, चारकोल के अलावा ग्लास पेंटिंग भी करती हैं वरना पहले वो वाटर कलर पेटिंग्स तक सीमित थीं। ऑप इंडिया ने उसके प्रोपेगेंडा वाले कारनामों पर रिपोर्ट भी छापी थी, जिसे यहाँ पढ़ सकते हैं।
यासीन मलिक की बेटी का भी पाकिस्तान करता है इस्तेमाल
कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने आतंकी यासीन मलिक की 11 साल की नाबालिग बेटी का इस्तेमाल भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा में किया था। उसकी बेटी ने कहा था कि उसके अब्बा को कुछ भी नुकसान पहुँचता है तो वो इसका दोष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देगी। उसने कहा कि उसके अब्बा को फर्जी मामले में फँसाया गया है और उसे उम्मीद है कि जल्द ही वो जेल से निकलेंगे। यासीन मलिक की बेटी ने दावा किया कि वो जल्द ही जेल से निकल कर पाकिस्तानियों के बीच में होगा।
कौन है आतंकी यासीन मलिक?
यासीन मलिक वो आतंकी है, जो कश्मीर में कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार में सीधे तौर पर शामिल था। इसके बावजूद मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते उससे मुलाकात की थी और उससे हाथ मिलाया था। उस पर ‘अलगाववादी नेता’ के मुखौटे में कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन करने का भी आरोप है। साथ ही उसे भारत में टेरर फंडिंग समेत दूसरे अपराधों के मामले में हिरासत में भी लिया गया था। यासीन मलिक पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण का भी आरोप है।