प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार के आरा से जेडीयू के एमएलसी राधा चरण साह उर्फ सेठ को गिरफ्तार कर लिया है। कुछ दिन पहले अधिकारियों ने नोटिस दिया था। पूछताछ के बाद अधिकारियों ने बुधवार (13 सितंबर 2023) को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूरे दिन उनके ठिकानों पर टीम ने छापेमारी की थी और उनके खातों से जुड़े कई सवाल पूछे थे।
गिरफ्तारी के बाद बिगड़ी तबीयत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी की टीम ने जब राधा चरण सेठ को गिरफ्तार किया, तब उन्होंने अपनी तबीयत खराब होने की जानकारी दी। उनकी तबीयत को देखते हुए सीआरपीएफ की सुरक्षा के बीच उन्हें अस्पताल ले जाया गया और उनका मेडिकल कराया गया।
सुबह 4 बजे से चल रही थी छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह से ही उनके ठिकानों पर छापेमारी चल रही थी। ईडी की टीम के 20 अफसरों की टीम ने सुबह से ही उनके घर, होटल और अनाईठ स्थित फार्म हाउस पर छापेमारी की। इस दौरान स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के जवाब भी मौजूद रहे। 8 महीने में यह तीसरी छापेमारी थी।
कई गड़बड़ियों के चलते हुई गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, राधा चरण साह उर्फ सेठ के कई व्यवसाय हैं। उन पर बालू के अवैध खनन और वित्तीय गड़बड़ियों से जुड़े आरोप हैं। राधा चरण और उनके बेटे कन्हैया प्रसाद दोनों से ही एक सप्ताह पहले ईडी ने पटना में पूछताछ की थी। उनके पास आय से अधिक संपत्ति मिली है। साथ ही टैक्स चोरी से जुड़े आरोप भी लगे हैं।
लालू प्रसाद के करीबी थे राधाचरण
राधा चरण सेठ जेडीयू में आने से पहले राष्ट्रीय जनता दल में थे। उन्हें लालू प्रसाद यादव का खास माना जाता था। वो पिछले काफी समय से एजेंसी के रडार पर थे और करीब 15 दिनों से ईडी की टीम उनसे पूछताछ कर रही थी। बताया जा रहा है कि फरवरी माह में भी उनके ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। उस दौरान काफी अघोषित संपत्ति का पता चला था।
राधा चरण ने बिहार के आरा, पटना सहित विभिन्न जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, मुंबई, बेंगलुरु सहित विभिन्न राज्यों के कई शहरों में प्रॉपर्टी खरीदी है। ईडी का कहना है कि छापेमारी के दौरान कई ऐसे कागजात मिले थे, जिनमेें कोडवर्ड में जानकारी लिखी गई थी।