Sunday, December 22, 2024
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सेंसर बोर्ड ने फिल्म पास करने के बदले लिए ₹6.5 लाख घूस: एक्टर-डायरेक्टर विशाल का आरोप, मोदी सरकार ने जाँच के लिए अधिकारी को भेजा मुंबई

अभिनेता विशाल ने इस मामले पर इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, "हमारे पास विचार करने और 6 लाख रुपए इकट्ठा करने के लिए अधिक समय नहीं था। हमारे पास अन्य कोई विकल्प भी नहीं था। हम फिल्म के रिलीज की तारीख को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। मैं भ्रष्टाचार से स्क्रीन के पीछे लड़ाई नहीं लड़ना चाहता, बल्कि मैं जब भी समाज में भ्रष्टाचार देखूँगा तो इसे बाहर लाऊँगा।"

दक्षिणी फिल्मों में काम करने वाले अभिनेता और डायरेक्टर विशाल ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक वीडियो जारी करके केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अब इस मामले की जाँच के आदेश दे दिए हैं।

अभिनेता विशाल ने 28 सितम्बर 2023 को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “फ़िल्मी पर्दे पर घूसखोरी ठीक है, लेकिन असल जिन्दगी में नहीं। विशेष कर सरकारी दफ्तरों में। मुंबई के CBFC दफ्तर में इससे भी बुरा हो रहा है। मुझे अपनी फिल्म मार्क एंटनी हिंदी वर्जन के प्रमाणन के लिए 6.5 लाख रुपए देने पड़े।”

विशाल ने आगे लिखा, “3 लाख रुपए मुझे फिल्म स्क्रीनिंग के लिए और 3.5 लाख रुपए प्रमाण पत्र के लिए देने पड़े। मैंने अपने करियर में कभी भी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया। मेरे पास दलाल को पैसे देने के अलावा और कोई भी विकल्प नहीं था, क्योंकि फिल्म को आज ही रिलीज होना था।”

विशाल ने आगे लिखा, “मैं इस पूरी घटना को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संज्ञान में लाने के लिए यह ट्वीट लिख रहा हूँ। मैं यह इसलिए कर रहा हूँ, ताकि आगे अन्य किसी भी फिल्म निर्माता को ऐसी स्थिति का सामना ना करना पड़े। मेरा मेहनत से कमाया पैसा घूस में जाए, ये नहीं हो सकता।”

एक्टर-डायरेक्टर विशाल ने दो बैंक खातों की जानकारी भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने घूस के पैसे भेज थे। उन्होंने इस घटना से सम्बंधित अपना एक वीडियो भी डाला है। बता दें कि प्रसून जोशी CBFC के चेयरमैन हैं। वहीं विद्या बालान, विवेक अग्निहोत्री, सुश्री वाणी त्रिपाठी टिक्कू, सुश्री जीविता राजशेखर सहित 10 लोग इसके सदस्य हैं।

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार की इस घटना पर अब सूचना प्रसारण मंत्रालय एक्शन मोड में आ गया है। मंत्रालय ने एक ट्वीट करके इस विषय पर की जा रही कार्रवाई की जानकारी दी है और लोगों से भष्टाचार की सूचना देने को कहा है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने लिखा, “अभिनेता विशाल द्वारा उठाया गया भ्रष्टाचार का मुद्दा काफी दुर्भाग्यशाली है। सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति रखती है और इस मामले से संबंध रखने वाले सभी व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

मंत्रालय ने कार्रवाई के विषय में बताते हुए लिखा, “सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से एक वरिष्ठ अधिकारी को इस मामले की जाँच के लिए मुंबई भेजा गया है। हम आपसे सूचना प्रसारण मंत्रालय के साथ सहयोग की आशा करते हैं और किसी भी घटना को हमें सूचित करने की अपील करते हैं।”

अभिनेता विशाल ने इस मामले पर इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, “हमारे पास विचार करने और 6 लाख रुपए इकट्ठा करने के लिए अधिक समय नहीं था। हमारे पास अन्य कोई विकल्प भी नहीं था। हम फिल्म के रिलीज की तारीख को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। मैं भ्रष्टाचार से स्क्रीन के पीछे लड़ाई नहीं लड़ना चाहता, बल्कि मैं जब भी समाज में भ्रष्टाचार देखूँगा तो इसे बाहर लाऊँगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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