बिहार सरकार के जातिगत जनगणना के आँकड़े जारी करने के बाद से अन्य राज्यों में इसकी सुगबुगाहट तेज हो गई। झारखंड के नेता सरकार से जातिगत जनगणना की माँग कर रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि सूबे की हेमंत सोरेन सरकार इसको लेकर विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित केंद्र सरकार को भेजने की तैयारी में है।
आजसू पार्टी सुप्रीमो और विधायक सुदेश महतो ने राहुल गाँधी और हेमंत सोरेन को जातिगत जनगणना कराने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा, “मैंने अभी देखा है देश में एक संगठन बना है। यूपीए-1, यूपीए-2 और यूपीए-3 नहीं बोल पाए तो नया संगठन बना लिए। इसके राजकुमार पूरे देश में कह रहे हैं कि वे जातिगत जनगणना कराएँगे।”
सुदेश महतो ने आगे कहा, “उस राजकुमार और यहाँ के राजकुमार से मैं पूछना चाहता हूँ, झारखंड में कॉन्ग्रेस भी है, झामुमो भी है और राजद भी है। तीनों का गठबंधन यहाँ है। यूपीए पार्ट-3 यहाँ पर है। आप इस राज्य में जातिगत जनगणना कराकर दिखा दो, तब आपकी ईमानदारी पर कोई शक नहीं होगा। यहाँ तो कोई दिक्कत नहीं है, आप कराकर दिखाओ। मैं लगातार विधानसभा में बोल रहा हूँ। पहला निर्णय लीजिए जातिगत जनगणना के लिए तब हम मान जाएँगे कि आप ईमानदारी से काम कर रहे हैं।”
जातीय जनगणना की आवश्यकता झारखंड में भी है। आजसू पार्टी झारखंड सरकार से यह जानना चाहती है की इसकी प्रक्रिया अब तक शुरू क्यों नहीं हो पायी है? #CasteCensus#KendriyaMahadhiveshan pic.twitter.com/bNrCVQKJTM
— Sudesh Mahto (@SudeshMahtoAJSU) October 2, 2023
वहीं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “नीतीश कुमार ने बिहार में जातिगत जनगणना कराकर पिछड़े समाज के साथ अन्याय किया है। आँकड़ों के अनुसार 18 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, मुस्लिम धर्म, जाति को नहीं मानता। 22 प्रतिशत अनुसूचित जाति व जनजाति की आबादी है। तकरीबन 16 प्रतिशत सवर्ण जातियों की आबादी है। इस हिसाब से केवल 45 प्रतिशत पिछड़े वर्ग की आबादी है। मुसलमानों को पिछड़े वर्ग में शामिल कर मुस्लिम धर्म के सिद्धांतों की बली दी जा रही है।”
नीतीश कुमार जी ने बिहार में जातिगत जनगणना करा कर पिछड़े समाज के साथ अन्याय किया ।आँकड़ों के अनुसार 18 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है,मुस्लिम धर्म जाति को नहीं मानता,22 प्रतिशत अनुसूचित जाति व जनजाति की आबादी है,तक़रीबन 16 प्रतिशत सवर्ण जातियों की आबादी है,इस हिसाब से केवल 45 प्रतिशत…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) October 2, 2023
इन तमाम बातों के बीच सोशल मीडिया पर चर्चा है कि हेमंत सोरेन ने झारखंड में जातिगत जनगणना कराने का फैसला किया है। समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व विधायक आईपी सिंह ने सोशल मीडिया पर इसको लेकर दावा किया है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “झारखंड सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला किया है। जल्दी ही कैबिनेट में पास होने के बाद विधानसभा में पारित करके जनगणना का कार्य शुरू हो जाएगा। यूपी में बीजेपी सरकार पिछड़े वर्ग के सहारे सत्ता में है यूपी में जातिगत जनगणना कब होगी? यूपी में CM समेत केन्द्र सरकार सवर्णों की है।”
झारखंड सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला किया है।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) October 3, 2023
जल्दी ही कैबिनेट में पास होने के बाद विधानसभा में पारित करके जनगणना का कार्य शुरू हो जायेगा।
यूपी में बीजेपी सरकार पिछड़े वर्ग के सहारे सत्ता में है यूपी में जातिगत जनगणना कब होगी?
यूपी में CM समेत केन्द्र सरकार सवर्णो की है।… pic.twitter.com/aSlIWr1kSr
गौरतलब है कि इससे पहले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अन्य दलों के नेताओं के साथ सितंबर 2021 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने जातिगत जनगणना के लिए गृह मंत्री को अपना माँग पत्र सौंपा था। इसके अलावा, झारखंड सरकार विधानसभा में जातिगत जनगणना पर विचार करने की बात कह चुकी है।