"मैं इस मंच से कहना चाहती हूँ कि हाँ बहुत दवाब है। यह दवाब राजनीतिक दलों से लेकर व्यापार घरानों और विदेशी सरकारों तक सबके द्वारा बनाया जाता है। यह दवाब नया नहीं है।"
सना ने कहा, "शुरुआती दिन काफी कठिन थे। गुस्सा, बुखार और उल्टी के कारण मैं बिस्तर से उठ भी नहीं पाती थी। मैं हार्मोन में हो रहे बदलाव के कारण बैठकर रोया करती थी।"