Sunday, November 17, 2024
183 कुल लेख

Shiv Mishra

पंजाब कॉन्ग्रेस के अंदरूनी रिंग में AAP की एंट्री, राहुल से प्रशांत किशोर की मुलाकात: कहीं कोई तीसरी पार्टी तो नहीं कर रही इंतजार?

अब जबकि आम आदमी पार्टी ने भी रिंग में एक कदम रख दिया है, मामला उतना सीधा नहीं रहा। देखना यह है कि कहीं कोई और दल रिंग में अपना कदम न रख दे।

‘आतंकवाद के आरोपित जेल में बंद मुस्लिमों का केस वापस’ – चुनाव के समय अखिलेश यादव ने कहा था, चुनाव फिर आने वाला है

अखिलेश यादव और मायावती के बयानों को ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में देखने की आवश्यकता... क्योंकि यहाँ POTA आता है, हटाया जाता है, ब्लास्ट होते हैं।

NASA के ट्वीट पर आई प्रतिक्रियाएँ विज्ञान के प्रति समर्थन नहीं, हिंदुत्व के प्रति घृणा दर्शाती हैं

NASA इंटर्न प्रतिमा राय और हिन्दू देवी-देवताओं पर आई प्रतिक्रिया यह उजागर करती है कि विरोधियों का सरोकार विज्ञान के समर्थन में नहीं है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले परिसीमन: कितनी बदल जाएगी राजनीति, महबूबा की पार्टी को क्यों लगी है मिर्ची

क्या होता है परिसमीन? जम्मू-कश्मीर में परिसमीन क्यों? इससे क्या-क्या बदलेगा? सारे सवालों का जवाब एक साथ।

‘बिग टेक प्रभावित कर रहे लोकतांत्रिक प्रक्रिया, फेकबुक नहीं झाड़ सकता पल्ला’: जानिए SC की टिप्पणी क्यों है बेहद खास

SC और दिल्ली HC की ओर से आई टिप्पणियाँ बताती हैं कि लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में इन टेक कंपनियों की भूमिका को लेकर वह चिंतित और सतर्क दोनों है।

घर में एक अध्यक्ष नहीं खोज पा रही कॉन्ग्रेस, विदेश में पौने दर्जन अध्यक्ष एक साथ नियुक्त: इटली में भी सौपीं कमान

सवा सौ वर्षो से भी अधिक पुरानी पार्टी के लिए इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि वह भारत में अपने लिए एक अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं कर पा रही पर यूरोप के नौ देशों में एक साथ अध्यक्ष नियुक्त कर ले रही है।

लालू पाठ के बाद अब IIM में शैलजा मॉडल: केरल में न कोरोना पर पाया जा सका काबू-न बची कुर्सी, फिर भी शोर भरपूर

जो मॉडल संक्रमण पर काबू पाने में नाकाम रहा, उसकी 'सफलता' को वैधता प्रदान करने की आईआईएम जैसे संस्थान की क्या मजबूरी हो सकती है?

लिबरलों की नज़र में आज-कल, दिन भी अँधेरी रात है… क्योंकि मोदी ने छीने सामूहिक शर्मिंदगी के वे दिन

खुद शर्मिंदा होने के बहाने समाज को शर्मिंदा होने के लिए ललकारना। अपराध की बात करते हुए नक्सली को डिफेंड करोगे तो समाज तुम्हारे ऊपर चढ़ जाएगा और तुम्हें सच में शर्मिंदा करके छोड़ेगा।