हास्य-व्यंग्य-कटाक्ष
बकरीद हिंदुओं का त्योहार होता तो कैसा होता लिबरल मीडिया और सेलेब्स का रिएक्शन: 10 तस्वीरों से समझें
अगर बकरीद हिंदुओं का त्योहार होता तब क्या होता? क्या तब जीवहत्या के ठेकेदार कुकुरमुत्ते की तरह पैदा होकर हिन्दुओं को गाली नहीं दे रहे होते?
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व्यंग्य: यूट्यूब बनाम टिकटॉक पर बोले रवीश- ये डिजिटल साम्प्रदायिकता है, डर का माहौल है
यूट्यूब बनाम टिकटॉक युवाओं के दो गुटों के बीच पनप रही प्रतिस्पर्धा और वर्चस्व की लड़ाई नहीं है। ये दरअसल एकक्षत्र राज कर रहे अभिजात हिन्दू बहुल यूट्यूब और उसे चुनौती दे रहे वंचित मजहब बहुल टिकटॉक के बीच का संघर्ष है।