फ़ेसबुक पर इन दिनों कई सारे लोग एक वीडियो को शेयर कर रहे हैं। इस वीडियो में बताया जा रहा है कि गुजरात में एक भाजपा नेता को गौ-मांस के साथ पकड़ा गया है। इस वीडियो को देखते ही पता चल जाता है कि किसी ने भाजपा को बदनाम करने के लिए ऐसा किया है। लेकिन इस बात को कहने के लिए हमारे पास ठोस साक्ष्य होना ज़रूरी है। इस वीडियो को आधुनिक तकनीक के ज़रिए जांचने के बाद ऑपइंडिया टीम जिस निष्कर्ष पर पहुँची वो इस तरह है।
इस वीडियो को फ़ेसबुक पर कई सारे पेज व लोगों के ज़रिये शेयर किया गया है। “Yahan sab kuch milta hai” नाम के एक फ़ेसबुक पेज पर इस वीडियो को 5 जनवरी 2018 को शेयर किया गया है। इस वीडियो को इस पेज से करीब 195 लोगों ने शेयर किया है, जबकि करीब ढ़ाई हजार लोगों ने वीडियो को इस पेज पर देखा है। अब बात करते हैं कि इस वीडियो में ऐसा क्या है, जिसके आधार पर हम हक़ीक़त का पता कर सकें।
दरअसल 50 सेकेंड की यह वीडियो है। इस वीडियो में कई सारे फोटो को एक साथ जोड़कर बैक ग्राउंड से वॉइस ओवर किया गया है। अब बात उस पहली तस्वीर की जो वीडियो को प्ले करते ही हमारे सामने आता है। इस फोटो में ब्लू कलर के शर्ट में एक व्यक्ति बैठा है। इस इंसान को चारों तरफ से लोगों ने घेर रखा है। इसके सामने किसी चीज की मांस बिखरी पड़ी है। अब सबसे पहले हमने इस फोटो के बारे में गूगल रिवर्स नाम के वेबसाइट के जरिये पता किया। फोटो के बारे में सर्च करते ही इस फोटो की हिस्ट्री हमारे सामने आ गई। इसके बाद हमने देखा कि ‘ट्रूथ ऑफ गुजरात’ नाम के एक वेबसाइट ने इस तरह के फोटो को कई बार 30 मार्च 2014 और फिर 2016 में भी शेयर करते हुए लोगों के फोटो से जुड़ी गलत जानकारी दी है।
जब हमने गूगल पर “bjp leader with beef “ टाईप करने के बाद सर्च किया तो हमारे सामने इंडिया टुडे वेबसाइट से एक फोटो दिखी। इसके आलावा भी और कई सारी वेबसाइटों की फोटो हमारे सामने दिखने लगी। यदि कोई व्यक्ति इस टैग वर्ड से गूगल पर कुछ सर्च करता है तो पहली नज़र में उसे लगेगा कि काफ़ी सारे भाजपा नेता को गौ-मांस के साथ पकड़ा गया है। इससे लोगों के दिमाग में किसी पार्टी के लिए गलत इमेज तैयार होती है। हिट पाने के चक्कर में तमाम मुख्यधारा की मीडिया इस तरह के टैग को इस्तेमाल कर रही है।
इंडिया टुडे वेबसाइट के फोटो पर क्लिक करने के बाद हमने देखा कि इंडिया टुडे ने इस फोटो को राँची की एक खबर के साथ अपडेट किया था। राँची में एक अपराधी को गाय के मांस के साथ लोगों ने पकड़ा था। पकड़े गए अपराधी का भाजपा से दूर-दूर का कोई संबंध नहीं था। ऐसा इसलिए क्योंकि रांची में पकड़े गए इस अपराधी के बारे में मुख्यधारा मीडिया के किसी वेबसाइट ने यह नहीं लिखा है कि उस इंसान का भाजपा के साथ कोई संपर्क था।
हमें यहाँ से पता चला कि राँची में पकड़े गए उस अपराधी की तस्वीर और फ़ेसबुक पर वायरल हो रहे इस वीडियो में यूज़ की गई तस्वीर एक ही है। इस तरह हम कह सकते हैं कि यह वीडियो फ़र्ज़ी है। इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर संपादित की हुई है। जिसमें कई सारी तस्वीरों को मर्ज़ किया गया है। इसके साथ ही जिस ब्लू शर्ट वाले इंसान को भाजपा नेता बताया गया है, उसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।
जब हमारी टीम ने यह पता किया कि क्या किसी मुख्यधारा की मीडिया ने इस तरह के वीडियो या फोटो के बारे में फ़ैक्ट चेक किया है। एक इंडिया टुडे की वेबसाइट को छोड़कर किसी ने इस तरह के फोटो या वीडियो की सच्चाई जानने का प्रयास नहीं किया है। सोशल मीडिया के ज़माने में आम लोगों के दिमाग पर झूठे ख़बरों का काफ़ी बुरा असर पड़ता है। इसी वजह से हमने तय किया है कि हम लोगों को भ्रमित करने वाले इस तरह के अफ़वाहों का पर्दफाश करते रहेंगे।