कई ख़बरों में PTI के हवाले से चलाया गया कि केरल में सरकारी रेडियो व FM चैनलों को ‘प्रसार भारती’ बंद करने जा रही है। एक वामपंथी नेता ने बयान दिया, झूठे आरोप लगाए और उसे PTI ने हूबहू चला दिया। इस मामले में ‘प्रसार भारती’ का पक्ष ही नहीं जाना गया। बाद में पब्लिक ब्रॉडकास्टर ‘प्रसार भारती’ के CEO शशि शेखर ने खुद इस खबर का खंडन किया और PTI की इस खबर को फेक न्यूज़ करार दिया।
दरअसल, PTI की खबर में बताया गया कि CPI-M के सांसद बिनॉय विश्वम ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिख कर आरोप लगाया कि ‘प्रसार भारती’ सरकारी वित्त पर संचालित होने वाले TV और रेडियो चैनलों को बंद करने का प्रयास कर रही है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कोई भी ऑनलाइन माध्यम उनकी जगह नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि ये ‘विशेषाधिकृत और अफवाह’ है कि कोई भी व्यक्ति कहीं से भी, कभी भी इंटरनेट सेवाओं का अच्छे से लाभ उठा सकता है।
उन्होंने इसे ‘अत्यधिक महत्वपूर्ण’ मुद्दा बताते हुए केंद्रीय मंत्री से त्वरित हस्तक्षेप की माँग की। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘प्रसार भारती’ राष्ट्रीय और राज्य, दोनों ही स्तर पर सूचनाओं का प्रसारण करने वाले माध्यमों को बंद करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि 769 TV चैनल तो 2017 में ही बंद किए जा चुके हैं। उनका कहना था कि केरल में AIR के 8 स्टेशन हैं और 10 सर्विसेज हैं।
उनका आरोप था कि सरकार ऐसा मानती है कि अब इन TV और रेडियो चैनलों का संचालन आर्थिक रूप से ठीक नहीं है। वो यहाँ तक कह बैठे कि नवंबर 18, 2020 को हुई ‘प्रसार भारती’ की एक बैठक में ही इस पर निर्णय लिया गया कि केरल के चैनलों में काफी मजबूती से कटौती की जाएगी। उन्होंने इन चैनलों के संचालन को मजबूत करने, उचित मात्रा में मानव संसाधन व अन्य संसाधनों को मुहैया कराने की भी अपील की।
हालाँकि, ‘प्रसार भारती’ की प्रतिक्रिया के बाद ये साफ़ हो गया कि ये आरोप नहीं बल्कि सिर्फ कोरे दावे थे, जिनका सच्चाई से कोई सरोकार था ही नहीं। ऊपर से PTI ने इसे ज्यों का त्यों चलाया। शशि शेखर ने स्पष्ट किया कि PTI द्वारा चलाई जा रही खबर कि ‘रेडियो चैनलों को बंद कर दिया जाएगा’ एक फेक न्यूज़ है। PTI ने बाद में दावा कर दिया कि उसने ऐसी कोई खबर चलाई ही नहीं है, बल्कि राज्यसभा सांसद के आरोपों को प्रकाशित किया है।
समाचार एजेंसी ने कहा कि उसने CEO शशि शेखर द्वारा इस खबर को नकारे जाने के बाद उनके स्पष्टीकरण को भी खबर में शामिल किया है। इसके बाद शशि शेखर ने नसीहत दी कि अच्छा होता अगर जल्दबाजी में खबर प्रकाशित करने से पहले PTI ने स्पष्टीकरण ले लिया होता। एक व्यक्ति ने ये भी दावा किया कि गुजरात में राजकोट, भुज और आहवा जैसे स्टेशनों से कार्यक्रम बंद हो जाएँगे और कर्मचारियों को अहमदाबाद भेज दिया जाएगा।
‘प्रसार भारती’ के CEO ने साफ़ किया कि ऐसा कोई निर्णय लिया ही नहीं गया है और ऐसे भ्रामक और गलत सूचनाओं को फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि न तो केरल और न ही कहीं और किसी भी रेडियो या TV स्टेशन को बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह PTI ने जालंधर, भुज और गोरखपुर स्टेशनों को बंद किए जाने की अफवाह फैलाई थी, जबकि इन तीनों ही स्टेशनों से जमीनी, सैटेलाइट और इंटरनेट – इन तीनों ही माध्यमों से कार्यक्रम पेश कर रहे हैं।
Would have appreciated @pti_news seeking a clarification first before rushing to press. Thanks for the edits highlighting the clarification.
— Shashi S शशि शेखर (@shashidigital) December 1, 2020
‘प्रसार भारती’ के CEO ने कहा कि AIR अकेला ब्रॉडकास्टर है जो FM, SW, डिजिटल, DRM और इंटरनेट – इन सभी माध्यमों से रेडियो स्टेशनों का संचालन करता है। साथ ही तमाम बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद देश के कठिन व दुर्गम इलाकों तक अपनी सेवाएँ पहुँचाता है। साथ ही कहा कि तकनीक का इस्तेमाल कर के इसे और सुदृढ़ बनाया जा रहा है। पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाई जा रही है। इसके लिए डिजिटलाइजेशन और ऑटोमेशन का सहारा लिया जा रहा है।
देश के सबसे बड़े पत्रकारों के संगठन आईएफडब्लूजे (इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स) ने पीटीआई में होने वाले भाई-भतीजावाद, गलत वित्तीय प्रबंधन और निहित स्वार्थों का खुलासा करते हुए बताया था कि किस प्रकार पीटीआई हमेशा सत्ताधारी पार्टी, मुख्यतः कॉन्ग्रेस के मुखपत्र के रूप में काम करता आया है। PTI ने नई दिल्ली में चीन के राजदूत सुन वेडोंग का एक इंटरव्यू लिया था, जिसमें उन्होंने भारत के विरोध में बातें कर के चीन के प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाया था।