भारतीय रेलवे से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि ट्रेन स्टार्ट नहीं हो रही थी, इसलिए जवानों ने धक्का देकर स्टार्ट किया। सपा नेता ने वायरल वीडियो को ‘वन्दे भारत’ एक्सप्रेस ट्रेन का बताकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। ऑपइंडिया ने वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया है।
वायरल हो रहे वीडियो में सेना के जवानों, पुलिसकर्मियों और रेलवे कर्मचारियों को ट्रेन में धक्का लगाते दिख रहे हैं। इसके थोड़ी ही देर बाद ट्रेन चलती हुई दिखाई देती है। यह वीडियो सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में जमकर छाया हुआ है। ‘न्यूज 24’ ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा था, “ट्रेन नहीं चली तो जवानों ने लगा दिया धक्का और कर दिया स्टार्ट, वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल।” हालाँकि, बाद में ‘न्यूज 24’ ने इस वीडियो को डिलीट कर दिया।
समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने भी झूठ फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ‘न्यूज 24’ के वीडियो रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, “मोदी जी की ‘वन्दे भारत’ धक्का प्लेट हो गई है। समूचे देश को धक्का प्लेट बना दिया विगत 10 वर्षों में। काम-धाम एक नहीं सिर्फ प्रचार।”
दिनेश कुमार नामक यूजर ने ‘न्यूज 24’ के कैप्शन को कॉपी करते हुए वीडियो शेयर किया।
‘इंडिया टीवी’ ने वीडियो शेयर कर लिखा, “ट्रेन नहीं चली तो जवानों ने लगा दिया धक्का और कर दिया स्टार्ट! वीडियो हुआ वायरल।”
कॉन्ग्रेस के सोशल मीडिया समन्वय दीपक खत्री और मोहम्मद शमीम खान ने भी झूठ फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
‘एबीपी न्यूज’ ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “Railway Viral Video: ट्रेन नहीं चली तो जवानों ने लगा दिया धक्का और कर दिया स्टार्ट! देखें वायरल वीडियो।”
IBC24 ने वीडियो शेयर कर लिखा, “ट्रेन नहीं चली तो सेना के जवानों ने लगाया जोर, धक्का देकर ट्रेन को किया स्टार्ट, अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा वीडियो।”
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करते हुए ऑपइंडिया ने पाया कि वीडियो में ट्रेन इलेक्ट्रिक रूट खड़ी दिखाई दे रही है। ऐसे में यह तो स्पष्ट था कि ट्रेन इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव या डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है। इन ट्रेनों के इंजन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन मोटर्स पर आधारित होते हैं। इसलिए धक्का देने से ट्रेन के स्टार्ट होने की संभावना बिल्कुल नहीं है। वहीं वीडियो के एक हिस्से में रेलवे कर्मी के जैकेट पर SCR लिखा दिखाई दे रहा है।
इसलिए ऑपइंडिया ने SCR यानि दक्षिण मध्य रेलवे का ट्विटर अकाउंट चेक किया। वहाँ वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आ गई।
दक्षिण मध्य रेलवे ने वायरल वीडियो को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। रेलवे ने कहा है, “यह वीडियो 7 जुलाई, 2023 को ट्रेन नंबर 12703 में आग लगने की घटना से संबंधित है। वीडियो ट्रेन में लगी आग को और अधिक फैलने से रोकने के लिए रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय पुलिस द्वारा पीछे के डिब्बों को अलग करने का है। इमरजेंसी को देखते हुए इंजन से मदद की प्रतीक्षा किए बिना ही डिब्बों को अलग करने के लिए यह प्रयास किया गया था।”
Clarification:
— South Central Railway (@SCRailwayIndia) July 10, 2023
This relates to Tr No 12703 (HWH-SC) fire incident on 07.07.23
The video is about conscious decision by Rly Personnel & Local Police to detach the rear coaches to avoid further spread of fire.
It was an emergency action taken without waiting for help from engine https://t.co/vvH3FAWgDP
इस तरह ऑपइंडिया के फैक्ट चेक में वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह फेक पाया गया। ‘ट्रेन स्टार्ट नहीं हो रही थी, इसीलिए लोगों ने धक्का लगाया’ वाली बाते एकदम झूठ है। दूसरी बात, ये पहली नजर में देखने से ही लग रहा है कि ये ‘वन्दे भारत’ एक्सप्रेस ट्रेन नहीं है। न तो ट्रेन नया दिख रहा है, न उसका डिजाइन वैसा है। ये असल में ‘फलकनुमा एक्सप्रेस’ ट्रेन है, जो हावड़ा जंक्शन से लेकर सिकंदराबाद तक चलती है।