महाराष्ट्र के बीड जिले के मजलगाँव तालुका के एक गाँव में 15 साल के मुस्लिम लड़के की फंदे से लटकती लाश मिलने के बाद इलाके में हंगामा हो गया। कट्टरपंथियों ने सोशल मीडिया पर फैलाया कि इसके पीछे हिंदू संगठनों का हाथ है। हालाँकि पुलिस ने जब मामले की जाँच की तो सच कुछ और निकला।
देख सकते हैं कि कैसे जामिया टाइम्स के अहमद खबीर ने ट्वीट किया, “15 साल के हाफिज मुर्तज़ा शेख अपनी बहन के साथ जलाने के लिए लकड़ी लाने गया था। तभी हिंदुत्व समूह ने उसे घेर लिया और उसे पीटना शुरू कर दिया। बहन मदद के लिए घर की ओर दौड़ी, जब लौटी तो देखा कि भाई का शव पेड़ पर लटका हुआ है।”
15 year old boy “Hafiz Murtaza Shaikh” had gone with his sister to fetch fuel wood when Hinduvta group surrounded them & started thrashing them. The sister ran towards home for help, when she returned, she found the brothers body hanging on a tree pic.twitter.com/ULe8h1BF0R
— Ahmed Khabeer احمد خبیر (@AhmedKhabeer_) April 18, 2023
इसी तरह प्रोपेगेंडाबाज अशोक स्वैन ने भी इस घटना के लिए हिंदुओं को जिम्मेदार ठहराया।
Another Muslim boy has been killed by a gang of Hindu supremacists in Maharashtra, India. pic.twitter.com/mcWk0iIV32
— Ashok Swain (@ashoswai) April 18, 2023
हालाँकि पुलिस ने इस केस की जाँच में पाया कि घटना के पीछे कोई कम्युनल एंगल नहीं है।
खबरों के मुताबिक, मृतक गुलाम मोहम्मद हाफिज मुर्तजा शेख कुछ लकड़ियाँ लेने गया था। वह कैलाश दके के खेत में घुस रहा था कि तभी उसे कैलाश दके और महादेव दके ने पकड़ लिया। मृतक के अब्बा का आरोप है कि कैलाश और महादेव के साथ एक हनुमंत वानखेड़े नाम के युवक ने भी गुलाम को पीटा।
रिपोर्ट में गुलाम के अब्बा की शिकायत के हवाले से कहा जा रहा है कि कैसे गुलाम ने अपनी बहन को वहाँ से भागने को कहा। मगर जब वापस लौटी तो केवल उसकी लाश मिली। मुर्तजा शेख ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने इन तीनों को अपने खुद पेड़ से लटकाते देखा।
पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि कैलाश दके और गुलाम का कुछ समय पहले झगड़ा हुआ था। गुलाम हमेशा दके के खेत से होकर गुजरता था। मृतक के अब्बा के मुताबिक उनके बेटे को दके ने धमकी भी दी थी कि अगर अगली बार वो खेत के पास दिखा तो उसे मार डालेंगे।
इस संबंध में केस को मजलगाँव ग्रामीण पुलिस थाने में दर्ज करवाया गया है। मिड डे रिपोर्ट के अनुसार, ये मामला पहले आत्महत्या का लग रहा था क्योंकि शरीर पर कहीं भी कोई चोट का निशान नहीं था जिससे लगे कि गुलाम और अन्य तीन लड़कों में कोई लड़ाई-झगड़ा हुआ।
एसीपी पुलिस इंस्पेक्टर अन्नाराओ खोडेवाड ने कहा, “हमने हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 2 दिन की पुलिस कस्टडी में रखा गया है।”
प्रारंभिक जाँच की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले पीड़ित की गाय आरोपित के खेत में घुस जाने और फसल खाने को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद दोनों परिवार के बुजुर्गों ने इस मामले में हस्तक्षेप किया था और कोई शिकायत पुलिस में नहीं दी गई थी।”
मजलगाँव डिविजन के एएसपी बी धीरज कुमार ने भी इस मामले पर कहा कि ये लड़के की मौत पर लटकने से हुई है। अंतिम निर्णय अभी लिया गया है। ये मामला दो परिवारों और युवाओं के बीच हुए झगड़े का है। एसपी नंद कुमार ठाकुर ने कहा, “पुलिस इस मामले में अफवाह फैलाने वालों और इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।”