Wednesday, November 6, 2024
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उदित राज ने कुम्भ पर फैलाया फेक न्यूज, 2013 की तस्वीर को जोड़ा तबलीगी जमात से: लोगों ने दिखाया आइना

कॉन्ग्रेस नेता उदित राज द्वारा इस ट्वीट के कुछ ही समय बाद इसकी जम कर आलोचना हुई और अंत में उन्होंने खुद अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया। ट्वीट डिलीट करने के बाद उदित राज ने कहा कि धर्म को राजनीतिक ताकतों से दूर रखना चाहिए और सरकार को किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।

दलित नेता उदित राज ने कुंभ मेले को लेकर फेक न्यूज फैलाई है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा, “1500 तबलिगी जमात भारत में कोरोना जेहाद कर रहे थे और अब लाखों साधू जुटे कुम्भ में उस जेहाद और कोरोना से निपटने के लिए।” हालाँकि, उदित राज का यह ट्वीट ज्यादा देर तक टिक न सका।

बता दें कि उदित राज ने जो तस्वीर पोस्ट की है, वह 2019 की है। गूगल पर जब हम इस तस्वीर को सर्च करते हैं तो पाते हैं कि 2019 में इसे कई लोगों द्वारा शेयर किया गया था।

हालाँकि, सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि यह तस्वीर 2013 के कुंभ मेले की है, जिसका इस्तेमाल कर उदित राज अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। 2013 में भी कई रिपोर्ट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

उदित राज के ट्वीट करते ही सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा, अरे बेवकूफ, यह पिछले साल की तस्वीर है।

वहीं अन्य ने लिखा, महाराष्ट्र में तो चुनाव नहीं है तो वहाँ क्या हो गया।

एक अन्य यूजर ने लिखा, “2013 की फोटो डाल कर अफवाह फैला रहा है। संज्ञान लिया जाए।” यूजर ने इस ट्वीट में दिल्ली पुलिस को भी टैग किया है।

एक यूजर ने लिखा, “सर सबसे ज्यादा केस तो आपके यहाँ से आ रहे हैं। महाराष्ट्र नंबर 1 पर है। थोड़ा आत्म निरीक्षण कीजिए सर।”

एस सोमवंशी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “पुराने कुंभ की फोटो है महोदय, बाकी काफिर की सजा आपको भी मिलेगी।”

सौरभ राय नाम के यूजर ने लिखा, “एक तो तुम 2013 की तस्वीर ट्वीट करते हो और फिर बोलते हो कि लोग तुम्हे गालियाँ क्यों देते हैं और ये बताओ की महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में कौन सा कुंभ हो रहा है जो वहाँ की हालत इतनी खराब है। इन पर बोलने की भी तो थोड़ी सी हिम्मत दिखाइए उदित राज जी।”

गौरतलब है कि उदित राज ने पिछले साल कुंभ पर होने वाले खर्चों को लेकर सवाल उठाया था। ट्विटर पर उदित राज ने लिखा था, “सरकार द्वारा किसी भी धार्मिक शिक्षा या अनुष्ठान का खर्च वहन नहीं किया जाना चाहिए। सरकार का खुद का कोई धर्म नहीं होता है। यूपी सरकार इलाहाबाद में कुंभ मेले के आयोजन में 4200 करोड़ रुपए खर्च करती है, वह भी गलत है।”

कॉन्ग्रेस नेता उदित राज द्वारा इस ट्वीट के कुछ ही समय बाद इसकी जम कर आलोचना हुई और अंत में उन्होंने खुद अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया। ट्वीट डिलीट करने के बाद उदित राज ने कहा कि धर्म को राजनीतिक ताकतों से दूर रखना चाहिए और सरकार को किसी भी धर्म में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। इसके अलावा न तो उसे बढ़ावा देना चाहिए और न ही उसे हतोत्साहित करना चाहिए। मैंने कुम्भ मेले का उदाहरण इसलिए दिया था क्योंकि इसका खर्च बहुत ज़्यादा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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