सरकार से संबंधित झूठी खबरें जनता तक पहुँचाने के बाद उन्हीं के आधार पर केंद्र सरकार को घेरने का एक चलन हो गया है। हाल ही में एक दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी भत्ते का ऐलान किया है। इसके तहत अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को अलग-अलग राशि दी जाएगी।
दावे में कहा गया कि नए वर्ष के साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में 18 से 50 वर्ष के लोगों को ₹3800 तक का बेरोजगारी भत्ता दिया जाना तय हुआ है। इसमें 18-25 वर्ष के उम्र वालों को ₹1500 दिए जाएँगे। 26-30 वर्ष वालों को ₹2000। 31 -35 के बीच वालों को ₹3000। 36-45 उम्र के लोगों को ₹3500 और 46 से 50 आयु वालों को ₹3800 रुपए दिए जाएँगे।
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 25 जनवरी 2021 रखी गई। साथ ही एक लिंक दिया गया जिस पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन करना था। इसमें पीएम मोदी की तस्वीर शेयर करके लोगों को आश्वस्त करने का प्रयास हुआ और लिखा गया, “सरकार एक लाभ अनेक।”
अब सोशल मीडिया पर वायरल होते इस संदेश पर पीआईबी ने संज्ञान लिया है। पीआईबी फैक्टचेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। उन्होंने बताया “एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार बेरोजगारों को प्रति माह ₹3800 तक का बेरोजगारी भत्ता प्रदान कर रही है। यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।”
दावा:- एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार बेरोजगारों को प्रति माह ₹3800 तक का बेरोजगारी भत्ता प्रदान कर रही है।#PIBFactCheck:- यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। pic.twitter.com/CwedA2UKRB
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 27, 2021
यहाँ मालूम हो कि भारत के डिजिटल होने की प्रक्रिया में साइबर क्राइम की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नागरिकों को सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। हाल की बात करें तो कोरोना वैक्सीन के नाम पर जालसाजों ने धोखाधड़ी करने की कोशिश शुरू की थी। वह वरिष्ठ नागरिकों को फोन करके खुद को ड्रग अथॉरिटी की ओर से बता रहे थे और उनसे उनका आधार व ओटीपी माँग रहे थे।
इस केस में भी पीआईबी ने संज्ञान लिया था और फैक्टचेक कर बताया था, “ड्रग अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की ओर से होने का दावा करने वाले कुछ जालसाज़ वरिष्ठ नागरिकों को COVID19 वैक्सीन आवंटन के लिए अपने आधार और ओटीपी की पुष्टि करने के लिए कह रहे हैं। यह बदमाशों की करतूत है। ऐसे टेलीकॉलर्स को कभी भी ओटीपी और व्यक्तिगत विवरण न दें।”
Some #Fraudsters claiming to be from Drug Authority of India are calling senior citizens to confirm their Aadhaar and OTP for #COVID19Vaccine allocation
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 22, 2021
It is an act of miscreants. Never disclose OTP and personal details to such telecallers#PIBFactCheck #Unite2FightCorona pic.twitter.com/0F8Lxd4Nqd