नई वाली राजनीति फेम दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल का न चाहते हुए भी चर्चा में आ जाना कोई नई बात नहीं है। मीडिया द्वारा तैयार किए गए राजनीति के इस ‘खड़गसिंह’ ने जितने कीर्तिमान अब तक हासिल कर लिए हैं, इतने शायद ही आजादी के इतने वर्षों बाद किसी अन्य समकालीन नेता के पास हों। अरविन्द केजरीवाल का हाल ही में एक प्रकरण सामने आया है। हालाँकि, यह प्रकरण निंदनीय और दुखद है, लेकिन इसके बाद केजरीवाल एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) के बगावती विधायक कपिल मिश्रा ने दावा किया है कि कुछ दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का AAP के ही कुछ विधायकों ने मार-मार के मोर बना दिया।
इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हुई। इसमें बताया जा रहा है कि घूँसे, कंटाप, रैपट और मुक्कों से पड़े नीले निशानों के इलाज के लिए जब अरविन्द केजरीवाल अपनी मसाज-मालिश करवाने मोहल्ला क्लिनिक गए, तो वहाँ पर पहले से मौजूद जुगाली कर रहे गाय-बछड़ों ने उनका इलाज करने से मना कर दिया।
केजरीवाल विदेश से लेना चाहते थे स्वास्थ्य लाभ, ‘AAP अध्यक्ष’ ने की अर्जी रिजेक्ट
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल ने पहले किसी विदेशी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ लेने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन, अरविन्द केजरीवाल की लीडरशिप में बने मोहल्ला क्लीनिक की क्षमता को नजरअंदाज होता देख गुस्से में पार्टी अध्यक्ष (स्वयं केजरीवाल जी) ने ही अपनी इस अर्जी को गुस्से में फाड़ कर फेंक दिया। अरविन्द केजरीवाल की अर्जी को फाड़ते समय पार्टी अध्यक्ष केजरीवाल ने तिलमिलाते हुए कहा कि बच्चों की कसम और गिड़गिड़ाने के अलावा मोहल्ला क्लिनिक ही तो उनकी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसी दलील पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी मोहल्ला क्लिनिक्स की क्षमता को अंडरएस्टिमेट ना करने की सलाह दी। इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उनकी इस बात पर विचार नहीं करेगी, तो धरने पर बैठने का विकल्प उनके पास हमेशा उपलब्ध रहेगा।
मोहल्ला क्लिनिक में गाय कर रही थी परिवार के साथ जुगाली
कंटाप, घूँसे और मुक्के पड़ने के बाद जब अरविन्द केजरीवाल मोहल्ला क्लिनिक पहुँचे तो उनकी स्थिति और बिगड़ गई। मोहल्ला क्लिनिक के अंदर प्रवेश करते ही जब अपने बछड़ों के साथ जुगाली करती गाय पर केजरीवाल की नजर पड़ी तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। केजरीवाल का कहना है कि पहले उन्हें लगा कि मोहल्ला क्लिनिक की जिस तरह से मार्केटिंग की गई हैं, हो सकता है कि गाय भी वहाँ अपना इलाज करवाने गई हों। लेकिन, यह जान कर केजरीवाल को सांत्वना मिली की वहाँ पर रहने वाली गाय अब खुद डाक्टरी सीख कर इंसानों का मुफ्त चेकअप करने लगी हैं।
अरविन्द केजरीवाल को इस खबर पर पहले विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उनके द्वारा किराए पर उपलब्ध फैक्ट चेकर्स के समूह फॉल्ट न्यूज़ ने उन्हें यकीन दिलाने में मदद करते हुए बताया कि मोहल्ला क्लिनिक को उन्होंने ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से सफलतापूर्वक उच्चस्तरीय सुविधा से लेस घोषित कर दिया है और अब UNESCO ने भी उसे सर्वश्रेष्ठ मोहल्ला क्लिनिक घोषित किया है।
केजरीवाल से पहले विधायकों ने कुमार विश्वास को दिया था घूँसा खाने का ऑफर
घूँसा खाने के बाद केजरीवाल जी की लोकप्रियता और TRP में रातों-रात उछाल आने के बाद एक दूसरी बड़ी खबर सामने आई है। हिंदी के मशहूर कवि और अरविन्द केजरीवाल को आत्ममुग्ध बौना बताने वाले कुमार विश्वास ने दावा किया है कि विधायकों ने घूँसा खाने का ऑफर पहले उन्हें दिया था। मीडिया के अनुसार, आम आदमी पार्टी विधायकों ने कुमार विश्वास से छीनकर यह अवसर केजरीवाल को ये कहकर सौंपा गया कि पार्टी की सदस्यता वाले दस्तावेजों में हर सनसनी पर पहला अधिकार केजरीवाल का बताया गया है। हालाँकि, कुमार विश्वास के इस दावे की सत्यता की पुष्टि अभी फॉल्ट न्यूज़ द्वारा होनी बाकी है।
अपनी आँखों से मोहल्ला क्लिनिक में गाय को अपने परिवार के साथ जुगाली करता साक्षात् देखकर अरविन्द केजरीवाल ने मीडिया को बताया कि मोहल्ला क्लिनिक की यह वास्तविक तस्वीर मीडिया द्वारा दिखाई गई तस्वीरों से कहीं अधिक सुंदर है।
रिपोर्ट्स लिखे जाने तक केजरीवाल जी के घावों पर नमक पानी की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी थी। उन्होंने बताया कि गायों द्वारा उनके उपचार की सिफारिश नकारने से वो नाराज नहीं हैं। उन्होंने इस बात की तसल्ली जताई है कि गायों ने आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री गोभक्त कमलनाथ से ज्यादा तरक्की हासिल कर डाली है।