देव दीपावली के मौके पर सोमवार (27 नवंबर, 2023) को वाराणसी प्रकाश से जगमग दिखा। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “देव दीपावली के पावन अवसर पर आशा, आस्था, आत्मीयता और अंत्योदय के असंख्य दीयों के दिव्य प्रकाश से जगमग अविनाशी काशी।” उन्होंने इस दौरान ‘हर-हर महादेव’ का नारा भी लिखा। शाम के बाद पूरी काशी रंग-बिरंगे प्रकाश से जगमग दिखी। काशी के घाटों पर गजब की चकाचौंध देखने को मिली।
'देव-दीपावली' के पावन अवसर पर आशा, आस्था, आत्मीयता और अंत्योदय के असंख्य दीयों के दिव्य प्रकाश से जगमग अविनाशी काशी…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 27, 2023
हर हर महादेव! pic.twitter.com/vKMY3WoWSF
काशी के 85 घाटों पर 12 लाख दीये जलाए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस दौरान वहाँ उपस्थित रहे। पहली बार 70 देशों के राजदूत व प्रतिनिधि भी देव दीपावली के साक्षी बने। 12 लाख में से 1 लाख दीये गाय के गोबर के बनाए गए थे। बता दें कि राक्षस त्रिपुरासुर ने कभी पूरी सृष्टि में आतंक मचाया था। भगवान शिव ने उसका संहार किया और फिर देवताओं ने दिवाली मनाई थी, इसीलिए इसे देव दीपावली के रूप में जाना गया।
देवाधिदेव महादेव के पूजन के रूप में ये परंपरा पुरातन काल से ही चली आ रही है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली मनाई जाती है। विश्वनाथ मंदिर को सजाने के लिए 11 टन फूल मँगाए गए थे। केंद्रीय आवासीय, शहरी मामलों, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी समारोह में मौजूद रहे। DM ने खुद तैयारियों का जायजा लिया था। साफ़-सफाई के लिए विशेष निर्देश दिए गए थे। विदेशी मेहमानों के लिए भी विशेष व्यवस्थाएँ की गई थीं।
गंगा नदी के किनारे प्रकाश से सारे घाट जगमग रहे। इस दिन लाखों लोग गंगा में भी स्नान करते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी विदेशी मेहमानों का स्वागत किया। कुल मिला कर 150 विदेशी मेहमान उपस्थित थे। वाराणसी मंडल के कई मजिस्ट्रेट को व्यवस्था बनाने के लिए तैनात किया गया था। इससे पहले अयोध्या भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल हुआ था। अयोध्या में 22.23 लाख दीये जलाए गए थे। अब वाराणसी जगमग हुआ है।