क्रिकेटर रिंकू सिंह ने अलीगढ़ जिले स्थित अपने गाँव में कुलदेवी के मंदिर का निर्माण करवाया है। इस पर करीब 11 लाख रुपए का खर्च आया है। अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद उन्होंने अलीगढ़ के कमालपुर गाँव में इस मंदिर का निर्माण करवाया है।
क्रिकेटर रिंकू सिंह के परिवार की कुलदेवी माँ चौडेरे देवी हैं। उन्होंने कुलदेवी से आईपीएल और भारतीय क्रिकेट टीम में अच्छे प्रदर्शन के लिए मनोकामना माँगी थी। मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी अभी बाकी है।
रिंकू सिंह के बड़े भाई सोनू सिंह ने बताया कि इस मंदिर में 16 अक्टूबर 2023 को मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। लेकिन रिंकू प्राण-प्रतिष्ठा के समय नहीं होंगे। वह इस समय दिलीप ट्रॉफी में खेल रहे हैं। दिलीप ट्रॉफी खेलने के बाद वे दीपावली के मौके पर अपने घर अलीगढ़ लौटेंगे। मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा उनके परिवार द्वारा की जाएगी।
रिंकू सिंह ने आईपीएल 2023 में अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने कई मैच जिताऊ पारियाँ खेली थी। गुजरात टाइटंस के विरुद्ध अंतिम ओवर में उन्होंने पाँच छक्के लगाए थे। उन्होंने इस पारी में 21 गेंदों में 48 रन बनाए थे। इस प्रदर्शन के बाद उनकी काफी चर्चा हुई थी।
रिंकू सिंह को उनके अच्छे प्रदर्शन के चलते चीन में एशियाई खेलों में ऋतुराज गायकवाड़ के नेतृत्व वाली टीम का हिस्सा भी बनाया गया था। रिंकू सिंह ने एशियाई खेलों के क्वार्टर फ़ाइनल मुकाबले में नेपाल के विरुद्ध मात्र 15 गेंदों में 37 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। इस टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है।
26 वर्ष के रिंकू सिंह की पारिवारिक पृष्ठभूमि काफी साधारण है। उनके पिता खानचन्द्र सिंह रसोई गैस सिलेंडर की डिलीवरी का काम करते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इसी काम से परिवार को पाला है, इसलिए वह यह काम नहीं छोड़ेंगे। रिंकू की माँ एक गृहिणी हैं। रिंकू कुल पाँच भाई-बहन हैं।