Friday, November 15, 2024
Homeविविध विषयधर्म और संस्कृति'देखो अपना देश': पहली रामायण सर्किट ट्रेन दिल्ली से रवाना, अयोध्या से रामेश्वरम तक...

‘देखो अपना देश’: पहली रामायण सर्किट ट्रेन दिल्ली से रवाना, अयोध्या से रामेश्वरम तक 7500 किमी की यात्रा

ट्रेन में दो कैटेगरी 2AC और 1AC हैं। 2AC के लिए यात्रियों को 83,000 रुपए और 1AC के लिए 1.02 लाख रुपए का भुगतान करना होगा। जानकारी के मुताबिक, रामायण यात्रा का विचार आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी अच्युत सिंह का है।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार (7 नवंबर 2021) को ट्विटर पर ‘श्री रामायण यात्रा’ की पहली झलक साझा की। यह विशेष रूप से रामायण से जुड़े स्थानों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया एक रेल सर्किट है।

मंत्री के अनुसार, यात्रा रविवार को 100% व्यस्तता के साथ शुरू हुई। वैष्णव ने ट्वीट करते हुए लिखा, “जबर्दस्त प्रतिक्रिया! शत-प्रतिशत लोगों के साथ ‘श्री रामायण यात्रा’ का पहला दौरा रविवार से शुरू हो गया है। रामायण सर्किट पर अगला दौरा 12 दिसंबर 2021 को है। जय जय श्री राम।”

डीलक्स एसी पर्यटक ट्रेन 07 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 16 रातों और 17 दिनों के लिए रवाना हुई, जिसमें 132 पर्यटक सवार थे।

‘देखो अपना देश’

श्री रामायण यात्रा रेल सर्किट को धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने और सुविधा प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा ‘देखो अपना देश’ पहल के तहत शुरू किया गया है।

यात्रा विवरण

रामायण सर्किट यात्रा की शुरुआत 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से हुई। 17 दिनों की इस यात्रा में भगवान राम के जीवन से जुड़े अयोध्या, नंदीग्राम, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम सहित कई प्रमुख स्थान शामिल हैं।

यात्रा का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या होगा, जहाँ श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर व नंदीग्राम में भरत मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। अयोध्या से रवाना होकर यह ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहाँ जानकी जन्म स्थान व नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन किए जा सकेंगे। ट्रेन का अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा। यहाँ से पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल का दर्शन कर सकेंगे। उसके बाद यह ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुँचेगी। इस दौरान ट्रेन द्वारा लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।

श्री रामायण यात्रा कोच (साभार: Twitter)

ट्रेन में दो कैटेगरी 2AC और 1AC हैं। 2AC के लिए यात्रियों को 83,000 रुपए और 1AC के लिए 1.02 लाख रुपए का भुगतान करना होगा। जानकारी के मुताबिक, रामायण यात्रा का विचार आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारी अच्युत सिंह का है, जो इस विशेष ट्रेन के प्रभारी भी हैं। उन्होंने इंडिया टुडे से बात करते हुए बताया कि इस टूर पैकेज की कीमत में यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त स्वादिष्ट शाकाहारी भोजन, वातानुकूलित बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इंश्योरेंस आदि की सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी।

श्री रामायण यात्रा में डाइनिंग कोच (साभार: India Today)

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पूर्णतया वातानुकूलित इस पर्यटक ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्टॉरेंट और एक मॉडर्न किचन कार व यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, मॉडर्न शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी। साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर एवं सीसीटीवी कैमरे भी हैं। 

श्री रामायण यात्रा के बाद आईआरसीटीसी 27 नवंबर से एक विशेष रामपथ यात्रा ट्रेन शुरू करने की भी योजना बना रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -