गुजरात के द्वारका में एक साथ 37,000 अहीर महिलाओं ने महारास रचाया। इस रास रचाने का वीडियो अब वायरल हो रहा है। महिलाओं के महारास रचाने से 5000 वर्ष पुरानी प्रभु श्रीकृष्ण काल की परम्परा पुनर्जीवित हो गई। इस कार्यक्रम में डेढ़ लाख से अधिक अहीर समुदाय के लोग शामिल हुए। यह आयोजन 24 दिसम्बर, 2024 को सुबह किया गया।
#WATCH | 37000 women from the Ahir community performed #MahaRaas in Dwarka, Gujarat pic.twitter.com/iR1PIl8lQu
— DD News (@DDNewslive) December 24, 2023
इस कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय यादव समाज और अहिरानी मंडल समाज द्वारा किया गया था। महिलाओं का नृत्य जहाँ आयोजित हुआ उस स्थान को नन्दधाम परिसर का नाम दिया गया था। इस नृत्य का ड्रोन वीडियो अब वायरल हो रहा है।
इस आयोजन में शामिल होने के लिए दुनिया भर से अहीर समाज की महिलाएँ शामिल हुई थीं। अहीर महिलाओं ने इस दौरान पारम्परिक लाल रंग की पोशाक पहनी हुई थी। इन महिलाओं ने मैदान में बीच में लगी श्रीकृष्ण प्रतिमा के चारों तरफ महारास रचाया। यह नृत्य बाणासुर की बेटी और भगवान कृष्ण की बहू ऊषा के महारास की स्मृति में आयोजित किया गया था।
टीवी 9 भारतवर्ष के अनुसार, मान्यता है कि कच्छ के व्रजवानी गाँव में एक ढोली ने जब ढोल बजाना शुरू किया, तब आहिर समाज की 140 महिलाएँ अपने कार्य को अधूरा छोड़कर महारास खेलने चली गई थीं। लोककथाओं के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने यह ढोल बजाया था और सभी महिलाएँ कृष्ण के साथ महारास रचाने गई थीं। यहाँ ढोल बजता रहा और महिलाएँ महारास खेलती गईं। अभी भी उस जगह पर सभी महिलाओं की समाधि है।
23 दिसंबर की शाम शुरू हुए अहिरानी महारास कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यक्रम स्थल पर हस्तशिल्प उद्योग का बिजनेस एक्सपो और प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। शाम को अहीर समाज के दानदाताओं, नेताओं, युवाओं, कार्यकर्ताओं की विशेष उपस्थिति में यहाँ पूजा शुरू हुई।
महारास नृत्य समाप्त होने के बाद इन महिलाओं को श्रीमदभगवद्गीता पुस्तक उपहार में दी गई। इस आयोजन में जामनगर सांसद पूनमबेन माडम भी शामिल हुईं। उन्होंने पारम्परिक वेशभूषा में इन महिलाओं के साथ नृत्य किया। इस नृत्य का आयोजन नई पीढ़ी को परम्पराओं से अवगत करवाने के लिए किया गया था।
રાસેશ્વર રાસરાજ ભગવાન શ્રી કૃષ્ણ પરમાત્માના સાંનિધ્યમાં #Dwarka ખાતે વ્રજભૂમિના દિવ્યરાસ દર્શન એટલે આહીરાણી મહારાસ.
— Poonamben Maadam (@PoonambenMaadam) December 25, 2023
મહારાસ પર્વે આયોજિત લોકડાયરા કાર્યક્રમમાં ઉપસ્થિત રહી લોકકલાનું રસપાન કર્યું તથા ભારતીય સંસ્કૃતિના આ સુંદર આયોજન બદલ અખીલ ભારતીય આહીરાણી મહારાસ સંગઠનને બિરદાવ્યું. pic.twitter.com/BQ7hGSpTfu
इस कार्यक्रम में सम्मान समारोह, पूजा-अर्चना, सामूहिक प्रसाद और राधा भाई अहीर सहित कलाकारों के भव्य लोक के साथ-साथ अहीर बहनों द्वारा तैयार किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।