घोषणा की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (अगस्त 5, 2020) को सुबह 11 बजे अयोध्या पहुँचेंगे और फिर राम मंदिर भूमि-पूजन में हिस्सा लेंगे। अब खबर आई है कि इस कार्यक्रम में कुल 200 लोग शिरकत करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण आपदा के बीच हो रहे इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में सोशल डिस्टेन्सिंग और सैनिटाइजेशन के नियमों का ध्यान रखा जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि इनमें से 150 अतिथि होंगे।
ट्रस्ट के कोषाधिकारी स्वामी गोविन्द देव गिरी ने इस सम्बन्ध में जानकारी दी। भूमि-पूजन में हिस्सा लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान श्रीराम का दर्शन करेंगे और अयोध्या के हनुमानगढ़ी में हनुमान जी की पूजा करेंगे। ट्रस्ट ने इस दौरान सभी मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजने का निर्णय लिया है। मंदिर के डिजाइन पर भी फैसला लिया जा चुका है और इसे 2 साल में पूरा किए जाने की बात बताई गई है।
राम मंदिर तीन मंजिला होगा और इसकी ऊँचाई 161 फ़ीट होगी। मंदिर में कुल 5 शिखर होंगे। इसमें कुल 318 स्तम्भ (खम्भे) होंगे। 69 एकड़ भूमि पर 5 शिखर वाला मंदिर दुनिया में और कहीं भी देखने को नहीं मिलता है। राम मंदिर के नए डिजाइन में एक मंडप भी होगा, जिसमें 50,000 श्रद्धालु बैठ सकेंगे। मंदिर ज़मीन से 17 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित होगा। राम दरबार दूसरी मंजिल पर स्थित होगा।
बताया गया है कि दोपहर 12:15 के शुभ मुहूर्त पर पीएम मोदी 32 सेकंड में राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे, जिसके बाद इसका निर्माण शुरू हो जाएगा। मणिराम छावनी की तरफ से 40 किलो की रामशिला दी गई है, जिसे स्थापित किया जाएगा। काशी के 5 विद्वान पंडितों के नेतृत्व में 11 पंडितों का समूह गर्भगृह स्थल का वैदिक मंत्रोंं के साथ पूजन सुबह से ही करता रहेगा। फिर भूमि-पूजन भी यही लोग कराएँगे।
श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित किए जाने के प्रस्ताव का स्वागत करता हूँ
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 19, 2020
ट्रस्ट का निर्णय राम भक्तों की भावनाओं के अनुरूप है
जयश्रीराम pic.twitter.com/8eHUFLmX5I
पीएम मोदी काफी कम समय तक ही अयोध्या में रहेंगे और इस दौरान वो किसी जनसभा को सम्बोधित नहीं करेंगे। ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मिल कर तैयारियों के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया है। इसके बाद वो भोपाल गए, जहाँ सरसंघचालक मोहन भागवत आए हुए हैं। भूमि-पूजन से 2 दिन पहले ही पंडितों द्वारा विघ्नहर्ता गणेश का आह्वान किया जाएगा। सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजन होगा।
देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएँगे। पाँच अगस्त को पीएम मोदी करीब 3 घंटा रामनगरी अयोध्या में रहेंगे। भूमि पूजन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर की आधारशिला भी रखेंगे। इस दौरान वह श्रीराम मंदिर का भूमि व शिलान्यास करने के साथ ही अयोध्या में पर्यटन पर भी कार्यक्रम देखेंगे। बीते वर्ष पाँच अगस्त को ही कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी।