Monday, November 18, 2024
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PM ने सोमनाथ मंदिर सर्किट हाउस का किया उद्घाटन, कहा- मंदिर का तबाह किया जाना और फिर जीर्णोद्धार होना, दोनों हमारे लिए बड़ा संदेश

पीएम मोदी ने कहा, “विदेश घूमने जाने का प्लान करने से पहले परिवार में ये तय करो कि पहले हिंदुस्तान के 15-20 मशहूर स्थलों में आप घूमेंगे। देश को समृद्ध बनाना है तो इस रास्ते पर चलना ही होगा। हमारे तीर्थस्थान, हमारे पर्यटन स्थल इस नए भारत में रंग भरने का काम करेंगे।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime MinisterNarendra Modi) ने शुक्रवार (21 जनवरी 2022) को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए सोमनाथ में नए सर्किट हाउस का उद्घाटन किया। सोमनाथ मंदिर के पास बनाए गए सर्टिक हाउस के निर्माण में 30 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। इसका निर्माण इस तरह से किया गया है कि प्रत्येक कमरे से समुद्र का दृश्य दिखाई देता है।

उद्धाटन के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “भगवान सोमनाथ की आराधना में हमारे शास्त्रों में कहा गया है- भक्तिप्रदानाय कृतावतारं तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये। यानी, भगवान सोमनाथ की कृपा अवतीर्ण होती है, कृपा के भंडार खुल जाते हैं। जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ, वो दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश है।”

उन्होंने कहा, “अलग-अलग राज्यों, देश और दुनिया के अलग-अलग कोनों से सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने हर साल करीब करीब 1 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। ये श्रद्धालु जब यहाँ से वापस जाते हैं तो अपने साथ कई नए अनुभव, कई नए विचार और एक नई सोच लेकर जाते हैं।” पीएम ने कहा कि सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने कोरोना काल में जिस तरह यात्रियों की देखभाल की, समाज की जिम्मेदारी उठाई, इसमें ‘जीव ही शिव’ विचार के दर्शन होते हैं।

संबोधन के दौरान वाराणसी की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रामायण सर्किट के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों का दर्शन कर सकते हैं। इसके लिए रेलवे द्वारा एक विशेष ट्रेन भी शुरु की गई है। इसके अलावा, कल (22 जनवरी 2022) से एक स्पेशल ट्रेन दिव्य काशी यात्रा के लिए दिल्ली से शुरु होने जा रही।

उन्होंने कहा कि आज के समय में पर्यटन बढ़ाने के लिए चार बातें आवश्यक हैं। पहला स्वच्छता- पहले हमारे पर्यटन स्थल, पवित्र तीर्थस्थल भी अस्वच्छ रहते थे। आज स्वच्छ भारत अभियान ने ये तस्वीर बदली है।

पर्यटन बढ़ाने के लिए दूसरा अहम तत्व है सुविधा, लेकिन इसका दायरा केवल पर्यटन स्थल तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। पर्यटन बढ़ाने का तीसरा महत्वपूर्ण पहलू है समय। आजकल 20-20 का दौर है। लोग कम-से-कम समय में ज्यादा-से-ज्यादा स्थान कवर करना चाहते हैं। पर्यटन बढ़ाने के लिए चौथी और बहुत महत्वपूर्ण बात है- हमारी सोच। सोच का innovative और आधुनिक होना जरूरी है। इसमें हमें अपनी प्राचीन विरासत पर कितना गर्व है, ये बहुत मायने रखता है।

उन्होंने कहा, “मेरे लिए वोकल फॉर लोकल में पर्यटन भी आता है। विदेश घूमने जाने का प्लान करने से पहले परिवार में ये तय करो कि पहले हिंदुस्तान के 15-20 मशहूर स्थलों में आप घूमेंगे। देश को समृद्ध बनाना है तो इस रास्ते पर चलना ही होगा। आज आजादी के अमृत महोत्सव में हम एक ऐसे भारत के लिए संकल्प ले रहे हैं, जो जितना आधुनिक होगा उतना ही अपनी परंपराओं से जुड़ा होगा। हमारे तीर्थस्थान, हमारे पर्यटन स्थल इस नए भारत में रंग भरने का काम करेंगे।”

इस सर्किट हाउस को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। यहाँ वीआईपी व डीलक्स कमरे भी उपलब्ध हैं। वहीं कॉफ्रेंस व ऑडिटोरियम हॉल भी हैं। पीएमओ कार्यालय की ओर से बताया गया कि सोमनाथ मंदिर के आसपास कोई सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में यह सर्किट हाउस सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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