मालदीव को भारत से पंगा लेना भारी पड़ गया है। इस मुल्क को सबक सिखाने वाली भारतीय हस्तियों की लिस्ट में साउथ के एक्टर नागार्जुन अक्किनेनी का नाम भी शामिल हो गया है। नागार्जुन ने मालदीव की हॉलीडे ट्रिप रद्द करने का ऐलान कर डाला और वो भी ‘बॉयकॉट मालदीव’ कैंपेन में शामिल हो गए।
संगीतकार एम एम कीरावनी के साथ एक वीडियो अनुभवी स्टार नागार्जुन ने दावा किया कि वह अपने परिवार के साथ छुट्टियों के लिए मालदीव जाने की योजना बना रहे थे। इसमें वो कहते हैं, “मुझे छुट्टियों के लिए 17 जनवरी को मालदीव जाना था क्योंकि मैं अपने परिवार के लिए ज्यादा वक्त नहीं निकाल सका था। मैं ‘बिग बॉस’ और ‘ना सामी रंगा’ के लिए 75 दिनों तक बगैर ब्रेक के काम कर रहा था।”
उन्होंने आगे कहा, “अब मैंने अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और अगले हफ्ते लक्षद्वीप जाने की सोच रहा हूँ। मैं कई बार मालदीव जा चुका हूँ। दरअसल, मुझे 17 जनवरी को छुट्टियों के लिए मालदीव जाना था, लेकिन मैंने इस साल मालदीव नहीं जाने का फैसला किया क्योंकि उनके मंत्रियों की भारत और पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियाँ भयानक थीं।”
"I had been to Maldives many times. Infact, I was supposed to go to Maldives for holidays on 17th January, but I decided not to go to Maldives this year because their ministers' comments against India & PM Modi were awful. So now, I am planning for Lakshadweep" ~ Actor Nagarjuna. pic.twitter.com/bPEmsR4LWi
— Anshul Saxena (@AskAnshul) January 14, 2024
तेलुगू फिल्मों में दशकों से सक्रिय नागार्जुन आगे कहते हैं, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनके मंत्रियों की टिप्पणियाँ खराब थीं और उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। पीएम मोदी 1.5 अरब लोगों के नेता हैं और दुनिया भर में उनका बहुत सम्मान किया जाता है।”
नागार्जुन अपनी गाँवों पर केंद्रित फिल्म ‘ना सामी रंगा’ की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि ‘द घोस्ट’ जैसी कुछ नाकामियों के बाद फिर से बॉक्स ऑफिस पर वापसी कर सकें। ये फिल्म 2019 में आई मलयालम फिल्म ‘पोरिंजू मरियम जोस’ की आधिकारिक तेलुगु रीमेक है। बताते चलें कि एक्टर नागार्जुन पहले नहीं है जिन्होंने ‘बॉयकॉट मालदीव’ कैंपेन का समर्थन किया है। इससे पहले क्रिकेट, बॉलीवुड जगत की हस्तियों सहित ट्रिप ऑपरेट करने वाली भारतीय कंपनियाँ मालदीव को आईना दिखा चुकी है।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज (FWICE) ने भी एक प्रेस रिलीज जारी करके मालदीव में शूटिंग का विरोध किया तो वहीं MEA ने मालदीव के हाई कमिश्नर इब्राहीम हबीब को तलब किया। मालदीव विवाद में इजरायल भारत के समर्थन में उतरा और लक्षद्वीप में प्रोजेक्ट की शुरुआत का ऐलान किया।
दरअसल पीएम मोदी की लक्षद्वीप की यात्रा को लेकर मालदीव के चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों ने आपत्तिजनक बयान दिए थे। इसे लेकर भारतीयों ने खासा एतराज जताया। इन तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन से मामला ठंडा नहीं पड़ा।
मोहम्मद मुइज्जू की सरकार निशाने पर आ गई है। मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की अपील की। वहीं ताजा घटनाक्रम में मुइज्जू की पार्टी पीपुल्स नेशनल कॉन्ग्रेस मालदीव की राजधानी माले के मेयर का चुनाव हार गई है। मुइज्जू की पार्टी के उम्मीदवार ऐशथ अजीमा शकूर बुरी तरह से हारी हैं। इन चुनावों में भारत समर्थक मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार आदम अजीम को भारी जीत मिली है।