आखिरकार दिल्ली पुलिस ने ‘एनिमल’ फेम एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक बनाने वाले टेकी को खोज लिया। दिल्ली पुलिस ने आरोपित इंजीनियर इनामी नवीन को शनिवार (20 जनवरी 2024) को आंध्र प्रदेश के गुंटूर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद रश्मिका ने दिल्ली पुलिस का दिल से आभार जताया है।
पुलिस के मुताबिक, 24 साल का आरोपित रश्मिका मंदाना का फैन पेज चलाया करता था। उसने इंस्टाग्राम हैंडल पर फॉलोवर्स बढ़ाने के चक्कर में ये वीडियो बनाया था। उसका कहना है कि डेढ़ साल में इस पेज पर सिर्फ 90 हजार फॉलोअर ही थे। इस वीडियो को लगाने के बाद फॉलोअर की संख्या 1,08,000 हो गई। हालाँकि, जैसे ही उसके डीपफेक वीडियो ने पूरे देश का ध्यान खींचा और बड़े पैमाने पर इस पर एतराज जताया गया और आलोचना की गई तो उसने घबराकर इंस्टाग्राम से पोस्ट हटा दिए।
पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि रश्मिका के इस वीडियो की आलोचना हुई तो उसने घबराकर इंस्टाग्राम से पोस्ट हटा लिए। उसने फैन पेज का नाम भी बदल दिया और डेटा डिलीट कर दिया। आरोपित का कहना है कि उसने डीपफेक वीडियो एक्ट्रेस को नुकसान पहुँचाने के लिए नहीं, बल्कि मोनेटाइज कराने के लिए किया था।
दरअसल, आरोपित ने जो डीपफेक वीडियो बनाया था, वह ब्रिटिश-इंडियन इन्फ्लुएंसर ज़ारा पटेल के स्विमसूट पहने वीडियो था। इसमें उसने AI की Deepfake तकनीक के जरिए जारा पटेल के चेहरे की जगह पर रश्मिका मंदाना का चेहरा लगा दिया गया था। ईमानी नवीन ने B.Tech की पढ़ाई की है और वीडियो एडिटिंग का यूट्यूब से सीखा था।
दरअसल दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक यूनिट (IFSO) ने 10 नवंबर 2023 को इस केस की FIR दर्ज की थी। डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की शिकायत पर जालसाजी और किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए आईपीसी की धारा 465 और 469 के तहत केस दर्ज किया गया था।
इसके अलावा, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 66सी (पहचान की चोरी) और धारा 66ई (गोपनीयता का उल्लंघन) भी लागू की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस आरोपित की तलाश में पुरजोर तरीके से जुट गई थी।
कैसे पकड़ा गया आरोपित
IFSO DCP हेमंत तिवारी के मुताबिक, इस केस में वीडियो की तकनीकी जाँच में बहुत मेहनत की गई। पहली बार ये वीडियो ब्रिटिश इंडियन लड़की ने इंस्टाग्राम पर 9 अक्टूबर 2023 में अपलोड था। डीपफेक के जरिए रश्मिका का चेहरा लगाकर इसे 13 अक्टूबर 2023 को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर डाला गया था।
उन्होंने आगे बताया, जाँच के दौरान 500 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट छाने गए, लेकिन पहली लीड जहाँ मिली वो हैंडल डिलीट कर दिया गया था। Meta ने इसमें मदद की और डिलीटेड अकाउंट्स का डेटा रिकवर किया। IFSO की टीम कई राज्यों में गई और अंत में नवीन को आंध्र प्रदेश के गुंटूर के पेडानंडीपाडु गाँव से गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
कौन है ईमानी नवीन
ईमानी नवीन ने चेन्नई से 2021 में इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन में बीटेक किया है। 2019 में आरोपित ने गूगल गैराज से डिजिटल मार्केटिंग का सर्टिफिकेट लिया है। इसके अलावा उसने यूट्यूब से वेबसाइट डेवलपमेंट, फोटोशॉप और वीडियो एडिटिंग का भी कोर्स किया है।
आरोपित मार्च 2023 में घर आकर वर्क फ्रॉम होम (WFH) कर रहा था। वह घर से ही फोटोशॉप, इंस्टाग्राम चैनल प्रमोशन, यूट्यूब वीडियो निर्माण और संपादन और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जैसी सर्विस देनी शुरू कर दी।
रश्मिका ने कहा आभारी हूँ
आरोपित के दिल्ली पुलिस की गिरफ्तारी के बाद रश्मिका ने उन्हें शुक्रिया कहा है। रश्मिका ने कहा कि वह उन लोगों के लिए वास्तव में आभारी महसूस करती हैं जिन्होंने आंध्र प्रदेश में पकड़े गए डीपफेक वीडियो के मास्टरमाइंड ईमानी नवीन केस में उनका समर्थन किया।
मंदाना ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, “मैं दिल्ली पुलिस को डीपफेक बनाने वाले को पकड़ने के लिए के लिए शुक्रिया कहती हूँ और अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करती हूँ। मुझे प्यार, समर्थन और मेरी ढाल बनने वाले लोगों के लिए वास्तव में मैं आभारी हूँ।”
उन्होंने आगे कहा, “लड़कियों और लड़कों अगर आपकी मंजूरी के बगैर कहीं भी आपकी तस्वीर का इस्तेमाल किया जाता है या उससे छेड़छाड़ की जाती है तो यह गलत है! मुझे उम्मीद है कि यह एक रिमाइंडर है कि आप ऐसे लोगों से घिरे हुए हैं जो आपका समर्थन करेंगे और कार्रवाई की जाएगी!”
बताते चलें की रश्मिका ही नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन सहित कई हस्तियों ने डीपफेक पर एतराज जताया था। कई हस्तियों के डीपफेक वायरल हुए थे। नतीजन मोदी सरकार इस पर कानून लाने की तैयारी में है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने हाल ही में कहा था कि इसके लिए कठोर कानून लाए जाएँगे।