पिछले दिनों कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार की तस्वीर पर्दे पर आने के बाद कई पुरानी कहानियाँ ताजा हुईं। लोगों ने सामने आ आकर बताया कि कैसे उनके अपनों को इस्लामी आतताइयों ने मारा और फिर उन लोगों के घर जला दिए। 90 के दशक में जिन लोगों के घर जलाए गए उनमें एक नाम बॉलीवुड एक्टर कुणाल खेमू का भी। आज कुणाल अपना 39वाँ जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी पहचान एक कामयाब एक्टर और पटौदी खानदान के दामाद यानी सोहा अली खान के पति के तौर पर होती है। हालाँकि एक समय ऐसा भी था जहब वो उस समुदाय से अलग नहीं थे जिन्हें सन् 1990 में तमाम प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ा।
कुणाल खेमू ने साल 2020 में मलंग फिल्म के प्रमोशन के दौरान एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे एक ब्लास्ट ने उनके घर के परखच्चे उड़ा दिए थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या बुरा हो रहा है। ये बात 1989 की है। कुणाल उस समय छोटे थे और घाटी में काफी तनाव था। कुणाल ने अपने इंटरव्यू में उस समय को याद करते हुए कहा, “मुझे एक ब्लास्ट याद आता है, जो मेरे घर के पास हुआ था, उस ब्लास्ट का असर इतना ज्यादा था कि मेरे घर के परखच्चे उड़ गए थे, मैं खुद हिल गया था, घर का फ्लोरिंग उखड़ गया था।”
कुणाल के अनुसार धमाके के बाद वह और उनका भाई बाहर खेल रहे थे और उन्हें बहुत खुशी हो रही थी कि उन्हें सबके फोन आ रहे हैं। वह इतने छोटे थे कि कुछ समझ नहीं पाए कि उनके साथ क्या हुआ। बस उन्हें ये लग रहा था कि अगर घर टीवी पर दिखाया जा रहा है तो वो लोग बहुत फेमस हो गए हैं। इसके बाद उनके घरवालों ने उस घर को छोड़ दिया। वह बताते हैं कि उन्होंने घर से दूर होने के बाद अपने माता-पिता, दादा-दादी का दर्द देखा और धीरे धीरे कश्मीर की बात करनी छोड़ दी। उनका मानना है कि ये विषय लोगों को दुख पहुँचाता है।
कुणाल बताते हैं कि उनका परिवार कई बार श्रीनगर गया लेकिन वो लंबे समय तक नहीं जा पाए। कलंक की शूटिंग के वक्त उन्हें वहाँ जाने का समय मिला तो कश्मीरियों से बात कर वो बहुत खुश हुए। वे सब वही भाषा बोल रहे थे जिसमें कुणाल के घर में बात होती थी। इंटरव्यू के अनुसार वह इसे आतंकवाद से जुड़ा और पॉलिटिकल मानते हैं। इसके अलावा बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए भी कुणाल ने 3 साल पहले अपनी कश्मीरी जिंदगी से जुड़े कई राज खोले थे। इस बातचीत में भी उन्होंने ब्लास्ट से घर पर जो असल पड़ा उस पर बात की थी।