जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने अभिनेत्री जायरा वसीम द्वारा इस्लाम के नाम पर बॉलीवुड से दूरी बनाने के पीछे अजीबोग़रीब कारण गिनाया है। जहाँ कई नेता, मुस्लिम धर्मगुरु और बॉलीवुड की हस्तियाँ जायरा के फ़िल्म इंडस्ट्री छोड़ने को लेकर अपनी-अपनी राय दे रहे हैं, फ़ारूक़ ने कहा कि क्या पता कहीं उनके बॉयफ्रेंड ने उन्हें ऐसा करने को कहा हो। हालाँकि, पूर्व केंद्रीय मंत्री फ़ारूक़ ने यह भी कहा कि इस्लाम किसी को कोई भी काम या जॉब करने से नहीं रोकता। उन्होंने इस्लाम को काफ़ी लिबरल मज़हब बताते हुए दावा किया कि जायरा के होने वाली पति या बॉयफ्रेंड ने उन्हें ऐसा करने को कहा होगा।
Who are any of us to question @ZairaWasimmm’s choices? It’s her life to do with as she pleases. All I will do is wish her well & hope that what ever she does makes her happy.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 30, 2019
फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने आगे कहा, “अगर मैं उन्हें कभी मिलूँगा तो उन्हें ये बात ज़रूर बोलूँगा कि वह काफी अच्छा काम कर रही थीं। ये उनकी पर्सनल च्वाइस है। बॉलीवुड में काम करने से कोई गैरमुस्लिम नहीं बन जाता है।” फ़ारूक़ की राय इस मामले में उनके बेटे उमर अब्दुल्ला से अलग दिखी। उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि यह जायरा का निजी निर्णय है और हम इस पर टिप्पणी करने वाले कौन होते हैं? उन्होंने कहा था कि जायरा अपनी करना चाहती हैं, यह उनका निजी मामला है। उमर अब्दुल्ला ने जायरा को शुभकामनाएँ देते हुए उनके ख़ुश रहने की कामना की थी।
Respect choice of Zaira Wasim quitting acting in movies but she can’t invoke religion and faith to justify this. Are others in the field some kind of sinners?This dawning of new reality should be her own truth & her own interpretation of religion. Period.
— Imtiyaz Hussain (@hussain_imtiyaz) July 1, 2019
वहीं, दूसरी तरफ़ वरिष्ठ बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने भी अंदेशा जताया है कि जायरा को बॉलीवुड छोड़ने के लिए किसी ने दबाव डाला है। खेर ने कहा कि उन्हें जायरा के निर्णय से दुःख हुआ है। उन्होंने जायरा को अकेले छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि अगर उन्होंने मज़हब के आधार पर ऐसा निर्णय लिया है तो हो सकता है कि किसी ने उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य किया हो। जम्मू कश्मीर पुलिस अधिकारी इम्तियाज़ हुसैन ने कहा कि वो जायरा के इस निर्णय का स्वागत करते हैं लेकिन इसमें मज़हब और आस्था को बीच में लाना ग़लत है।
Religion is never against culture, arts and entertainment. It’s a proponent of it. To each his own. Religion must really be laughing at this. So am I. #ZairaWasim
— Atika Farooqui (@atikafarooqui) July 1, 2019
Damaged My Relationship With Allah”: Actress Zaira Wasim Quits Filmshttps://t.co/04zeHjDBng
न्यूज़ एंकर आतिका फ़ारूक़ी ने कहा कि मज़हब संस्कृति, कला एवं मनोरंजन के विरुद्ध नहीं है बल्कि वह तो इन सबका समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि मज़हब ज़रूर ज़ायरा के इस निर्णय पर हँस रहा होगा। फ़ारूक़ी ने लिखा “मैं भी उनके इस निर्णय पर हँस रही हूँ। ज़ायरा ने अल्लाह के साथ मेरे संबंधों को नुक़सान पहुँचाया है।“
Veteran actor Anupam Kher on #ZairaWasim: If she took this decision in the name of religion then maybe it wasn’t her decision, maybe she was forced to do it but that is her life, if she wants to take that decision I respect her, we should leave her alone but I was saddened by it. pic.twitter.com/ERxIWXSrUR
— ANI (@ANI) July 1, 2019
सोनम महाजन ने ट्विटर पर पूछा कि अगर किसी हिन्दू अभिनेत्री ने धर्म को कारण बता कर इंडस्ट्री छोड़ी होती तो क्या होता? सोनम ने कहा कि तब लेफ्ट लिबरल गिरोह के लोग हिन्दू धर्म को एक आदिम व्यवस्था बताते और उस अभिनेत्री के निर्णय के लिए उसकी आलोचना कर रहे होते।
Just imagine, a Hindu actress quitting films citing religious reasons. These leftists and pseudo-feminists will go bonkers, call Hinduism a primitive faith, shame her for succumbing to Brahmin pressure. The same double-faced bigots are hailing Zaira Wasim’s regressive decision.
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) June 30, 2019
बता दें कि इंस्टाग्राम व फेसबुक पर किए पोस्ट में ज़ायरा वसीम ने फ़िल्म इंडस्ट्री छोड़ने की घोषणा करते हुए लिखा कि फ़िल्मों में काम करना उनके अल्लाह के साथ संबंधों के बीच में आ रहा है। उन्होंने इस्लाम का हवाला देते हुए क़ुरान की आयतें लिखीं और अपने इस निर्णय के बचाव की कोशिश की। उनकी फ़िल्म ‘स्काई इज ब्लू’ कुछ दिनों बाद रिलीज होने वाली है।