आयुष्मान खुराना अभिनीत फिल्म ‘बधाई हो (2018)’ से सुर्ख़ियों में आईं अभिनेत्री नीना गुप्ता ने अपने जीवन और अकेलापन को लेकर कुछ राज़ खोले हैं। नीना गुप्ता उक्त फिल्म में एक बुजुर्ग गर्भवती महिला का किरदार निभा कर कई अवॉर्ड बटोर ले गई थीं। नीना ने कहा है कि उनके जीवन में एक समय वो इतना अकेलापन महसूस करती थीं कि अपने पिता को ही अपना बॉयफ्रेंड समझने लगी थीं।
नीना गुप्ता का कहना है कि उनके जीवन में लम्बे समय तक न कोई बॉयफ्रेंड आया और न ही पति, जिस कारण उनका अकेलापन बढ़ता ही जा रहा था। इन सबसे बहार निकलने के पीछे का राज़ बताते हुए उन्होंने बताया कि वो पिछली बातों में अटकी नहीं रहीं, जिससे इन समस्याओं से उन्हें मुक्ति मिली। काम के दौरान उन्हें जब अपमानित किया जाता था, तब वो खुद को अकेला महसूस करती थीं। हाल ही में नीना गुप्ता को ‘सरदार का ग्रैंडसन’ फिल्म में देखा गया।
इस फिल्म में अर्जुन कपूर और रकुल प्रीत सिंह मुख्य किरदारों में हैं। नीना गुप्ता ने RJ सिद्धार्थ कन्नन को दिए गए इंटरव्यू में बताया, “मैंने काफी बार खुद को अकेला महसूस किया है। पूरी ज़िंदगी ऐसा मेरे साथ हुआ है। मेरे जीवन में लम्बे समय तक कोई बॉयफ्रेंड या पति नहीं था। वस्तुतः मेरे पिता ही मेरे बॉयफ्रेंड थे। मेरे घर में वही मुख्य पुरुष थे। मेरे साथ ऐसा इसीलिए होता था क्योंकि काम के समय मुझे अपमानित किया जाता था।”
बता दें कि नीना गुप्ता वेस्टइंडीज के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक सर विवियन रिचर्ड्स के साथ रिलेशनशिप में हुआ करती थीं। इन दोनों की बेटी मशाबा गुप्ता पेशे से फैशन डिजाइनर हैं। नीना फ़िलहाल विवेक मेहरा के साथ शादीशुदा जीवन का लुत्फ़ उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें पहली बार ऐसा लगा कि वो एक शादीशुदा जोड़े की तरह रह रहे हैं। नीना और विवेक दो दशक पहले मुंबई से लंदन की एक फ्लाइट में मिले थे।
तब से ये दोनों साथ ही हैं। लॉकडाउन के दौरान 6 महीने तक दोनों उत्तराखंड के नैनीताल स्थित मुक्तेश्वर गाँव में थे। जहाँ विवेक सामान्यतः दिल्ली में रहते हैं, नीना को काम के सिलसिले में मुंबई में रहना पड़ता है। नीना ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान पहली बार दोनों को एक-दूसरे को जानना-समझने का मौका मिला। नीना गुप्ता 1994 की फिल्म ‘वो छोकरी’ में एक युवा विधवा महिला का किरदार निभा कर पहली बार सुर्ख़ियों में आई थीं। तब उन्हें नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था।