बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट ने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद चल रहे विवाद के बीच नेपोटिज्म का बचाव किया है। पूजा भट्ट ने कंगना रनौत का भी नाम लेकर नेपोटिज्म के पक्ष में झंडा बुलंद करने का प्रयास किया। बकौल पूजा भट्ट, उन्होंने कहा कि उनसे कई लोगों ने हालिया नेपोटिज्म विवाद पर टिप्पणी करने को कहा था। उन्होंने दावा किया कि फैक्ट को कोई नहीं जानना चाहता, फिक्शन में सबकी रूचि है। हालाँकि, कंगना रनौत ने पूजा भट्ट को अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।
एक के बाद एक किए ट्वीट्स में पूजा भट्ट ने दावा किया कि वो एक ऐसे ‘परिवार’ से आती हैं, जिसने उतने प्रतिभाशाली अभिनेताओं, संगीतकारों और टेक्नीशियनों को लॉन्च किया है, जितनों को पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने मिल कर भी नहीं किया होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें नेपोटिज्म वाली बातें सुन कर हँसी आती है। पूजा ने कहा कि एक ऐसा समय भी था जब भट्ट कैम्प को स्थापित अभिनेताओं के खिलाफ बताया जाता था।
पूजा भट्ट ने दावा किया कि तब के समय में भट्ट कैम्प पर आरोप लगाया जाता था कि ये लोग सिर्फ नए अभिनेता-अभिनेत्रियों के साथ काम करते हैं और उन्हें ही लॉन्च करते हैं, इसके लिए उन्हें नीचा भी दिखाया जाता था। बकौल पूजा, भट्ट परिवार बड़े सितारों का पीछा नहीं करता था। उन्होंने कहा कि आज ऐसे ही लोग नेपोटिज्म के बारे में बात करते हैं जिनका काम है गूगल सर्च कर के ट्वीट करना, उनके पास सोचने और बोलने की क्षमता नहीं है। पूजा ने कहा:
“तो ये नेपोटिज्म शब्द से किसी और को जलील करने की कोशिश करो दोस्तों। जिन लोगों को हमने दशकों से मौक़ा दिया है, जिन्हें हम स्प्रिंगबोर्ड देकर आगे बढ़ने का मौक़ा देते आए हैं, वो लोग जानते हैं कि हम कैसे हैं। और अगर ये लोग भूल भी गए हैं तो ये उनकी समस्या है। ये हमारी समस्या नहीं। आप सभी का दिन शुभ हो।”
इसके बाद पूजा भट्ट ने कंगना रनौत का नाम लेकर अपने परिवार की वाहवाही की। पूजा भट्ट ने कहा कि उदाहरण के तौर पर कंगना रनौत को ही ले लीजिए जो काफ़ी प्रतिभाशाली हैं। उन्होंने पूछा कि अगर ‘विशेष फिल्म्स’ ने उन्हें ‘गैंगस्टर’ फिल्म से लॉन्च नहीं किया होता तो? पूजा भट्ट ने दावा किया कि भले ही कंगना रनौत को अनुराग बासु ने ढूँढ़ा था, ‘विशेष फिल्म्स’ ने बासु की सोच को बल दिया और उसमें निवेश किया।
साथ ही उन्होंने अपनी आगामी फिल्म ‘सड़क 2’ पर भी बात की, जिसके बॉयकॉट की अपील की जा रही है। इस फिल्म का निर्देशन महेश भट्ट ने किया है, जिन्होंने 1999 की ‘कारतूस’ के बाद पिछले 21 सालों से किसी फिल्म का निर्देशन नहीं किया था। इस फिल्म में सुनील दत्त के बेटे संजय दत्त, महेश भट्ट की बेटी आलिया भट्ट और सिद्धार्थ रॉय कपूर के भाई आदित्य रॉय कपूर मुख्य किरदारों में हैं।
पूजा भट्ट का दावा है कि ‘सड़क 2’ में चंडीगढ़ के संगीत शिक्षक सुनील जीत को मौक़ा दिया गया है, जो बिना किसी अपॉइंटमेंट उनके दफ्तर में आए थे और उनके पास हारमोनियम, कुछ सपने और एक अच्छा गाना था- ‘इश्क़ कमाल’ नाम का। पूजा भट्ट ने जानकारी दी कि महेश भट्ट ने इस गाने को सुन कर इसे फिल्म में ले लिया। पूजा की माँ सोनी राजदान ने भी एक तस्वीर के जरिए लोगों की आलोचना का मजाक बनाया था।
I said “And if they have forgotten then it is their tragedy. Not ours”. Kindly note the usage of the word ‘If’. Please ‘report’ and desist from interpreting or rather misinterpreting someone’s comment your own way. 🙏 (tweet attached for reference) https://t.co/Vg8JAGxs0w pic.twitter.com/KCCtU6fkCS
— Pooja Bhatt (@PoojaB1972) July 8, 2020
इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कंगना रनौत ने कहा था कि न्यूज में ब्लाइंड आइटम लिखे ही इसलिए जाते हैं, ताकि जब कोई झूठ बोले, तो उसके ख़िलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई न हो सके। मगर, उसके भीतर में जो व्यक्ति से जुड़ा विवरण होता है। वो सभी बातों को स्पष्ट कर देता है। जैसे यदि मेरे बारे में कोई लिखे तो उसमें लिखेगा– वो लड़की जिसके घुंघराले बाल हैं, नेशनल अवॉर्ड मिला हुआ, साइकोटिक है, मनाली से है… इस तरह मेरे ख़िलाफ़ लिखते हुए मेरा विवरण पूरा लिख दिया जाएगा लेकिन नाम नहीं लिखा जाएगा।”