500 करोड़ के बजट में बनी फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) में भगवान राम, हनुमान और रावण के गलत चित्रण को लेकर उसके बहिष्कार की माँग हो रही है। इसी बीच खबर है कि डायरेक्टर ओम राउत की फिल्म की रिलीज डेट टल सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘आदिपुरुष’ पहले 12 जनवरी 2023 को मकर संक्रांति के मौके पर रिलीज होने वाली थी। लेकिन अब चर्चा है कि मेकर्स ने फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी है। कहा जा रहा है कि प्रभास (Prabhas), सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और कृति सेनन (Kriti Sanon) स्टारर ‘आदिपुरुष’ के काफी विरोध के बाद मेकर्स इसके वीएफएक्स और कंप्यूटर जेनरेटेड ग्राफिक्स में बदलाव कर रहे हैं।
हालाँकि, फिल्म के पोस्टपोन होने की एक अन्य बड़ी वजह दक्षिण की दो बड़ी फिल्मों चिरंजीवी की ‘वाल्टेयर वीरैया’ (Waltair Veerayya) और एनबीके (नंदकुमारी बालाकृष्ण) की ‘वीरा सिम्हा रेड्डी’ (Veera Simha Reddy) का संक्राति के मौके पर रिलीज होना है।
कुछ अन्य रिपोर्टों की मानें तो ‘आदिपुरुष’ 2023 की गर्मियों में सिनेमाघरों में दस्तक दे सकती है। हालाँकि, अभी तक फिल्म की नई रिलीज डेट को लेकर मेकर्स की तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
मालूम हो कि संक्रांति लंबे समय से फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा रिलीज डेट रही है। हाल ही में, यह घोषणा की गई थी कि इसी दिन तमिल फिल्मों के सुपरस्टर विजय थलपति की ‘वरिसु’ भी सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इसके अलावा संक्रांति 2023 पर ‘वीरा सिम्हा रेड्डी’ के साथ चिरंजीवी और रवि तेजा की फिल्में भी रिलीज होने की कतार में हैं।
बता दें कि ‘आदिपुरुष’ फिल्म का टीजर 2 अक्टूबर, 2022 को रिलीज हुआ था। टीजर रिलीज होने के बाद से ही इस फिल्म का विरोध हो रहा है। लोगों को ‘आदिपुरुष’ के टीजर में VFX इफेक्ट्स और दशानन बने सैफ अली खान का लुक बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। सोशल मीडिया पर भी रावण के किरदार को लेकर यूजर्स ने आपत्ति जताई थी। यूजर्स का कहना था कि रावण को शिव भक्त के रूप में देखा गया है, जबकि सैफ रावण के लुक में मुगलों के खूँखार शासकों से इंस्पायर्ड नजर आ रहे हैं।
सैफ के लुक्स को लेकर यूजर्स उन्हें औरंगजेब , तैमूर, अल्लाउद्दीन खिलजी, बाबर, मोहम्मद गजनी और कई मुस्लिम आक्रमणकारियों के नामों के टैग भी दिए थे। लोगों का कहना है कि सैफ रावण से ज्यादा खिलजी की तरह दिख रहे हैं। एक ने कहा, “सैफ को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे रामायण के रावण ने धर्म-परिवर्तन कर इस्लाम को अपना लिया हो।”
इसके अलावा अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने 5 अक्टूबर 2022 को कहा था कि भगवान राम, हनुमान और रावण का चित्रण महाकाव्य के अनुसार नहीं है। ये फिल्म उनकी गरिमा के खिलाफ है। फिल्म बनाना कोई अपराध नहीं है, लेकिन उन्हें सुर्खियों में लाने के लिए जानबूझकर विवाद पैदा करने के लिए नहीं बनाया जाना चाहिए।