फिल्म अभिनेत्री काजोल ने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसा कह दिया, जिस पर उनकी अच्छी-खासी आलोचना हो रही है। काजोल फ़िलहाल अपने आने वाले शो ‘The Trial’ के प्रोमोशंस में व्यस्त हैं। इसके लिए इमोशनल कार्ड खेलते हुए उन्होंने सोशल मीडिया को अलविदा कहने की बात की थी और अपने सभी इंस्टाग्राम तस्वीरों को आर्काइव कर लिया था, लेकिन बाद में पता चला कि ये प्रमोशन के लिए किया गया ड्रामा था। ‘द ट्रायल’ एक कोर्टरूम ड्रामा सीरीज है।
इसी दौरान एक इंटरव्यू में अजय देवगन की पत्नी ने कहा कि आप अपने बच्चों का पालन-पोषण कुछ इसी तरह से करें, जैसा कि आप खुद का करना चाहते। उन्होंने समाज द्वारा कही जाने वाली बातों को नज़रअंदाज़ करते हुए ऐसा करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि वो आजकल कई जगह महिलाओं को उम्दा काम करती हुई देखती हैं। हालाँकि, उन्होंने कहा कि भारत में बहुत-बहुत धीमा बदलाव हो रहा है।
उन्होंने कहा, “ये हमारी सोच और हमारी परंपरा में है। इसका शिक्षा से बहुत कुछ लेना-देना है। हमारे यहाँ ऐसे राजनेता हैं, जिनका कोई शैक्षिक बैकग्राउंड नहीं है। मुझे क्षमा कीजिए लेकिन ये खुले तौर पर कहना पड़ेगा। हमलोगों पर वैसे नेता शासन कर रहे हैं, जिनमें से अधिकतर के पास वो दृष्टि नहीं है। शिक्षा से ये संभव होता है कि आप अलग-अलग व्यूपॉइंट को देखते हैं। मेरे फैंस काफी अच्छे हैं, मैं जो भी करती हूँ, पहनती हूँ, उसका वो समर्थन करते हैं और मुझसे प्यार करते हैं।”
Kajol is a school dropout
— Swathi Bellam (@BellamSwathi) July 8, 2023
Her husband is a college dropout
And bollywood is one of the most undereducated industry hence they make such silly movies without head & tail. But since most of them are schooled in very posh schools they speak fluently in english and many people… pic.twitter.com/7LHj2wlv2d
हालाँकि, इस बयान के बाद लोगों के काजोल के शैक्षिक बैकग्राउंड की बातें करनी शुरू कर दी। बता दें कि काजोल स्कूल ड्रॉपआउट हैं, जिन्होंने मात्र 16 वर्ष की उम्र में ‘बेखुदी (1992)’ में काम करना शुरू कर दिया था और स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद वो कभी वापस स्कूल नहीं जा पाईं। वो पंचगनी स्थित सेंट जोसफ स्कूल में पढ़ती थीं। उनका परिवार पहले से ही फिल्मों से जुड़ा हुआ था। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलना ही शिक्षित होने की निशानी नहीं होती।