दंगल और सीक्रेट सुपरस्टार फेम एक्ट्रेस जायरा वसीम के धर्म को आधार बनाकर एक्टिंग छोड़ने का फैसला तूल पकड़ता जा रहा है। धर्म को आधार बनाकर जायरा के ऐक्टिंग छोड़ने के फैसले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया है। जहाँ कुछ लोगों ने इस फैसले को सही बताया है तो वहीं कुछ लोगों ने इस गलत ठहराया है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जायरा के फैसले का समर्थन करते हुए फैसले का सम्मान करने की सलाह दी है, तो वहीं शिवसेना और भाजपा ने इसकी आलोचना की है।
Please practise your faith, if it is your calling, but do not use it to make your religion sound intolerant to career choices, which it clearly isn’t. This actually does a huge disservice to her religion & reinforces the narrative about Islam being intolerant.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) July 1, 2019
शिवसेना ने जायरा के फैसले में धर्म को शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई। शिवसेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक के बाद कई ट्वीट कर धर्म के आधार पर एक्टिंग छोड़ने के फैसले की आलोचना की। प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा, “यदि आपकी आस्था आपको आकर्षित कर रही है, तो आप इसका पालन कर सकते हैं, लेकिन कृपया धर्म को आधार बनाकर अपने करियर का फैसला ना करें। यह आपके धर्म को असहिष्णु बताता है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। यह जायरा वसीम के धर्म लिए भी एक बड़ा प्रतिगामी कदम है और इस गलत धारणा को और पुष्ट करता है कि इस्लाम में सहिष्णुता की जगह नहीं है।”
Hindi cinema has seen many success stories of people from the same faith, does her reason imply that all these stalwarts didn’t know their religion?
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) July 1, 2019
Some equate her decision to that of Vinod Khanna, did he say his religion says that his choice of career blocks his faith?
अपने अगले ट्वीट में प्रियंका ने कहा, “हिंदी सिनेमा में इसी आस्था के लोगों ने सफलता के कई कीर्तिमान गढ़े हैं, क्या उन्हें धर्म के बारे में पता नहीं है? कुछ ने जायरा के फैसले की विनोद खन्ना के उस फैसले के साथ बराबरी की है। जब विनोद खन्ना ने कहा था कि उनका धर्म उनके करियर के चुनाव करने के दौरान आड़े आ रहा है?”
Also to those who compare it to @nusratchirps fatwa, it is another worms comparison, please remember ever since Zaira joined the Hindi Film Industry she has been under constant attack from Kashmiri hard liners. https://t.co/5Owzd5HTXU
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) July 1, 2019
इसके अलावा, प्रियंका ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि जो लोग इसकी तुलना नुसरत जहाँ के फतवे से कर रहे हैं, वो बिल्कुत गलत हैं। उन्होंने याद दिलाया कि जायरा ने जब से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा है, तभी से वो कश्मीरी कट्टरपंथियों के निशाने पर रही हैं।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी धर्म के आधार पर एक्टिंग छोड़ने के फैसले को दबाव में लिया हुआ फैसला बताया। उन्होंने भी इस बात का जिक्र किया कि जायरा लगातार कट्टरपंथी समूहों के निशाने पर थीं। बता दें कि, जायरा वसीम ने रविवार (जून 30, 2019) को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट लिखकर इस बात की जानकारी दी थी कि वो एक्टिंग छोड़ रही हैं। 5 साल पहले फिल्म इंडस्ट्री में आने का उनका फैसला गलत था। ये उन्हें अल्लाह के रास्ते से दूर ले जा रहा है।