पाकिस्तान में 19 साल की लड़की को अगवा कर आतंकी हाफिज सईद के शागिर्द से निकाह कराए जाने के बाद अब एक हिंदू लड़की को अगवा करने का मामला सामने आया है। रेणुका कुमारी को 29 अगस्त को सिंध प्रांत के सुक्कुर स्थित उसके कॉलेज से अगवा कर जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया। बताया जाता है कि लड़की को सियालकोट में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता मिर्जा दिलावर बेग के घर पर रखा गया है।
ऑल पाकिस्तान हिंदू पंचायत ने फेसबुक पोस्ट कर इस घटना की जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि लड़की सुक्कुर के इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की बीबीए की छात्रा है। इस पोस्ट के मुताबिक बीते दो महीने में पाकिस्तान में इस तरह की यह तीसरी घटना है।
फेसबुक पर लड़की के लापता होने की FIR कॉपी शेयर की गई है।
हालॉंकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में लड़की के भाई विनेश के हवाले से दावा किया गया है कि उसकी बहन अपने सहपाठी बाबर अमान के साथ रिलेशनशिप में थी। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि रेणुका को भी जबरन उसी तरह इस्लाम कबूल करवाया गया है जैसे पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के साथ होता रहा है। पुलिस इस मामले में अमान के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इससे पहले पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारा तंबी साहिब के एक ग्रन्थि (सिख पुजारी) की 19 साल की बेटी को गुंडों ने उसके घर से उठा लिया था। इसके बाद जबरन इस्लाम क़बूल करवाकर उसका निकाह हाफ़िज सईद के आतंकी संगठन के जमात-उद-दावा के मोहम्मद हसन से करवा दिया गया था।
यह मामला सामने आने के बाद एक वीडियो जारी कर दावा किया गया कि लड़की ने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है। बाद में लड़की के घर लौटने की भी खबर आई थी जिसका उसके भाई ने खंडन किया था।
पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को अगवा कर इस्लाम कबूल करवाने का सिलसिला पुराना है। ऐसे ज्यादातर मामलों में पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती। बीते दिनों खबर आई थी कि इसके कारण पाकिस्तान में सिखों की आबादी 15 साल में 40 हजार से घटकर 8 हजार हो गई है।