पाकिस्तान में सिख समुदाय की लड़की को अगवा किए जाने के बाद जबरन इस्लाम क़बूल करवाने और निक़ाह करवाने के मामले में नया मोड़ आया है। भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर से पाकिस्तान पर बने दवाब के चलते पीड़िता को सुरक्षित उसके घर पहुँचा दिया गया है। वहीं, पंजाब प्रांत की ननकाना साहिब पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपितों को गिरफ़्तार कर लिया है।
Sikh girl who was allegedly abducted and converted to Islam in Pakistan, has been sent to her parents. Punjab’s Nankana Sahib police have arrested eight persons in the case. pic.twitter.com/YTCi3G9rdl
— ANI (@ANI) August 31, 2019
गुरुवार (29 अगस्त) को सामने आए इस मामले में भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की थी। केंद्र सरकार ने शुक्रवार (30 अगस्त) को इस मामले में पाकिस्तान सरकार से बात कर तत्काल प्रभाव से ठोस क़दम उठाने की माँग की थी। ख़बर के अनुसार, अगवा की गई सिख लड़की का जबरन निक़ाह जिससे करवाया गया था, उसका नाम मोहम्मद हसन है और वो हाफ़िज़ सईद के आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा का सदस्य है।
दरअसल, पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरुद्वारा तंबी साहिब के एक ग्रन्थि (सिख पुजारी) की बेटी पिछले चार दिनों से लापता थी। इसके बाद गुरुवार को लड़की के धर्मांतरण और निक़ाह की बात सामने आई। इस मामले में अगवा (लड़की के परिवार वालों द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार) की गई सिख लड़की के निक़ाह का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें वो साफ़ तौर पर डरी-सहमी दिख रही थी। इस वीडियो में एक मौलवी उसे उसके इस्लामी नाम आइशा से बुलाता नज़र आया।
इस मामले पर शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया पर दो वीडियो शेयर किए। इन वीडियो में लड़की के मजबूर परिजन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान से मदद की गुहार लगाते दिखे। रहे हैं। इस वीडियो में लड़की एक भाई मनमोहन सिंह ने बताया कि उसकी बहन को धमकी दी गई थी कि अगर उसने इस्लाम क़बूल नहीं किया तो उसके भाई और पिता को गोली मार दी जाएगी।
इसके अलावा, अगवा लड़की के दूसरे भाई सुरेंद्र सिंह ने बताया कि रात के समय उनकी छोटी बहन को गुंडे घसीटकर ले गए, ज़बरदस्ती इस्लाम क़बूल करवाया। इस मामले को लेकर जब परिजन पुलिस स्टेशन गए तो वहाँ उनकी न तो किसी ने कोई बात ही सुनी और न ही किसी तरह की कोई मदद की।
घर आने पर वही गुंडे वापस उनके घर आए और उन्हें डराया-धमकाया और उन्हें कोई कार्रवाई न करने के लिए कहा। ऐसा न करने पर सभी को इस्लाम क़बूल करवाने की धमकी दी गई। सुरेंद्र सिंह ने इमरान ख़ान और चीफ़ जस्टिस से इंसाफ़ की माँग करते हुए कहा था कि अगर उनकी छोटी बहन को सुरक्षित वापस नहीं लाया गया तो वो 31 अगस्त को गवर्नर हाउस के सामने पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लेगा।