गूगल पर आप सर्च Thomas Beatie (थॉमस बैटी) सर्च करें तो एक अमेरिकी पुरुष के बच्चे पैदा करने की खबरों के ढेरो लिंक मिल जाएँगे। पर क्या आप जानते हैं कि बैटी पहली बार ‘माँ’ 2008 में 29 जून को ही बने थे। वे दुनिया के पहले ऐसे पुरुष हैं जो प्रेग्नेंट हुए और 2008 में एक बेटी (सुसान) को जन्म दिया।
पेशे से पब्लिक स्पीकर और वकील बैटी के चार बच्चे हैं। वे खुद 1974 में अमेरिका के हवाई में पैदा हुए थे। पैदाइश स्त्री के तौर पर हुई। तब उनका नाम ट्रेसी था। जेंडर चेंज करवा 2002 में वह महिला से पुरुष बन गए। इसके बाद वर्ष 2003 में उन्होंने नैंसी से शादी की। 2007 में थॉमस प्रेग्नेंट हुए और उन्होंने 2008 में एक बच्चे को जन्म दिया। यह सब उनके शरीर में महिला प्रजनन अंगों के होने के कारण संभव हुआ है।
दरअसल, इस लिंग परिवर्तन में हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन का इस्तेमाल किया जाता है। इससे महिला की आवाज पुरुषों की तरह भारी हो जाती है और अन्य शारीरिक बदलाव भी होते हैं। इससे प्रजनन तंत्र में भी बदलाव आता है। लेकिन बैटी ने लिंग परिवर्तन के वक्त इस हार्मोन का इस्तेमाल नहीं किया था। इसकी वजह से उनके प्रजनन तंत्र में बदलाव नहीं आया था।
पत्नी के लिए माँ बने बेटी
थॉमस बैटी ने 2003 में नैंसी से शादी की। हर दंपति की तरह ही उन्होंने भी फैमिली प्लानिंग शुरू करने की ठानी। लेकिन, नैंसी के शरीर में गर्भाशय नहीं होने के कारण वह बच्चे पैदा नहीं कर सकती थी। बावजूद इसके ये कपल अपने बच्चे को खुद ही पैदा करना चाहता था। तब बैटी ने डॉक्टर की तलाश शुरू की जो गर्भाधान में उनकी मदद कर सके। 9 डॉक्टरों ने इससे इनकार दिया। इसके बाद बेटी ने खुद से अपना गर्भाधान किया।
बैटी की पत्नी नैंसी ने पालतू जानवरों की दुकान से एक सीरिंज खरीदकर उसी के जरिए अपने पति का गर्भाधान किया। बैटी ने बताया था कि उन्हें इस बात का आश्चर्य होता था कि गे, लेस्बियन और ट्रांसजेंडर ग्रुप्स ने भी उन्हें सपोर्ट नहीं किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2008 में बच्ची पैदा होने के बाद थॉमस बैटी ने अपनी बच्ची को स्तनपान नहीं कराया था। उनकी जगह उनकी पत्नी नैंसी ने बच्चे को स्तनपान कराया।