भारत से एप्पल उत्पादों के निर्यात में जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान अप्रैल से दिसंबर के बीच 2.5 अरब डॉलर (करीब 20441 करोड़ रुपए) से ज्यादा का आईफोन निर्यात किया गया है। यह बीते वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आईफोन के निर्यात में वृद्धि ऐसे समय हुई है, जब भूराजनैतिक उठापटक और अमेरिका-चीन संबंध में तनाव के बीच एप्पल समेत कई टेक कम्पनियाँ चीन से शिफ्ट हो रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप (Foxconn Technology Group) और विस्ट्रॉन कॉर्प (Wistron Corp) ने मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों में विदेशों में 1-1 अरब डॉलर से ज्यादा के फोन व उसके उत्पादों का निर्यात किया है। वहीं एप्पल के लिए उत्पादन करने वाला एक और कंपनी पेगाट्रॉन कॉर्प (Pegatron Corp.) जनवरी के अंत तक लगभग 500 मिलियन डॉलर के गैजेट्स को विदेशों में भेजने के लिए तेजी से काम कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, iPhone निर्माता कंपनी एप्पल चीन के बाहर अपने परिचालन में तेजी ला रही है। हाल ही में चीन के झेंग्झाउ (Zhengzhou) प्रांत में स्थित फॉक्सकॉन की मुख्य फैक्टरी में अराजकता के हालात पैदा हो गए हैं। इस अराजकता की वजह से कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इसी वजह से कंपनी ने अपने उत्पादन पूर्वानुमान को भी कम कर दिया है। उत्पादन में हो रहे व्यवधान की वजह से Apple ने इस सप्ताह प्रीमियम iPhone 14 मॉडल के शिपमेंट के लिए भी अपने पूर्वानुमान को कम कर दिया है।
दुनिया की सबसे मूल्यवान कम्पनियों में से एक एप्पल ने वर्ष 2022 से ही भारत में अपने लेटेस्ट आईफोन मॉडल्स की असेंबलिंग शुरू कर दी थी। ऐसे में निर्यात का इस कदर बढ़ना भारत के लिए एक शुभ संकेत है। साथ ही यह इस बात का भी संकेत है कि हम बहुत जल्द आईफोन उत्पादन के मामले में चीन से आगे निकल जाएँगे।