Monday, December 23, 2024
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इंटरनेशनल क्रिकेटर ने साथी मुस्लिम खिलाड़ी को कहा सूअर, टॉयलेट के पास बैठने का देता था आदेश: इंग्लैंड क्रिकेट में बवाल

सूअर, काफिर जैसे नस्लीय शब्दों (गालियों) से बचने के लिए अजीम रफीक ने टीम कल्चर में रंगने-बसने के लिए शराब भी पीना शुरू कर दिया। हालाँकि शराब पीकर धर्म भ्रष्ट (बहुत सारे मुस्लिम खिलाड़ी शराब का विज्ञापन तक नहीं करते) करने के बाद भी रफीक को साथी खिलाड़ियों से इज्जत नहीं मिली।

  • राफा द काफिर
  • सूअर
  • हाथी धोने वाला
  • वो पाकी (पाकिस्तानी) है, शेख नहीं… उससे बात क्यों कर रहे
  • तुम बहुत सारे हो, इस पर बात करने की जरूरत है
  • तुम सब वहाँ बैठो, एक साथ टॉयलेट के बगल में

किसी मुस्लिम को सूअर बोलना, जिसे वो हराम मानते-समझते हैं, बहुत गंदी बात है। लेकिन यह किया गया है उस देश में, जहाँ के लोग खुद को जेंटलमैन कहते हैं। सिर्फ सूअर ही नहीं, बल्कि ऊपर लिखे गए शब्दों/वाक्यों के साथ-साथ अजीम रफीक नाम के क्रिकेटर के साथ वह सब हुआ है इंग्लैंड में, जिसे हम सब नस्लीय मानते हैं। जिन्होंने ये सब किया है, वो सारे भी क्रिकेटर ही हैं।

यॉर्कशायर के पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक ने लीड्स एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल को अपने साथ हुई नस्लवादी घटना की पूरी जानकारी मंगलवार (16 नवंबर 2021) को दी। यॉर्कशायर के लिए खेलते हुए अपने पाकिस्तानी मूल के कारण अजीम रफीक ने जो-जो नस्लवादी टिप्पणी सही, उसके खिलाफ उन्होंने यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया।

माइकल वॉन की नस्लीय टिप्पणी

पूर्व क्रिकेटर अजीम रफीक ने लंदन में संसदीय सुनवाई के दौरान अपने साथ हुई घटनाओं का विस्तार से जिक्र किया। यॉर्कशायर के पूर्व खिलाड़ी रफीक ने बताया कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने किस तरह से नस्लवादी और असंवेदनशील टिप्पणियों से उनका मनोबल तोड़ा था। माइकल वॉन के बारे में अजीम रफीक ने बताया:

“वो मेरे क्रिकेटिंग हीरो थे। मैं उनके नक्शेकदम पर चलना चाहता था। 22 जून 2009 को नॉटिंघम बनाम यॉर्कशायर का मैच था। मैं बहुत उत्साहित था, पहली बार अपने हीरो माइकल वॉन के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहा था। खेल शुरू होने से पहले खिलाड़ियों के एक साथ गले मिलने (huddle) के बाद चार एशियाई खिलाड़ियों (अजीम रफीक, आदिल, अजमल और राणा) की ओर देख कर उन्होंने कहा – “तुम बहुत सारे हो, इस पर बात करने की जरूरत है।”

अजीम रफीक के अनुसार उस मैच के बाद चारों खिलाड़ियों (अजीम रफीक, आदिल, अजमल और राणा) ने फिर कभी एक साथ दूसरा मैच नहीं खेला।

सूअर, राफा द काफिर, हाथी धोने वाला

अजीम रफीक का जन्म पाकिस्तान में हुआ था। वो पैदाइशी मुस्लिम हैं। लेकिन इंग्लैंड में रहने के कारण वो क्रिकेट खेले वहीं से। इसके बावजूद यॉर्कशायर के लिए खेलते समय उन्हें मैथ्यू हॉगर्ड (इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व फास्ट बॉलर) ने “राफा द काफिर (Raffa the Kaffir)” से लेकर “सूअर (Pigs)” और “हाथी धोने वाला (Elephant washer)” तक कहा गया।

मैथ्यू हॉगर्ड ने अजीम रफीक के अलावा अन्य एशियाई खिलाड़ियों – आदिल, अजमल और राणा को भी टार्गेट किया था। सब को लेकर हॉगर्ड का व्यवहार नस्लवादी ही रहता था। इसी कारण से वो ड्रेसिंग रूम के अंदर या बाहर कहता था – “तुम सब वहाँ बैठो, एक साथ टॉयलेट के बगल में।”

इंग्लैड क्रिकेट में नस्लवादी टिप्पणी के इस बवाल में एक और नाम शामिल है – गैरी बैलेंस। यह भी इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। 2014 में डेब्यू करने के बाद इन्होंने मात्र 10 टेस्ट में ही 1000 रन बना लिए थे। अजीम रफीक के अनुसार गैरी बैलेंस ने ही “राफा द काफिर” को आगे बढ़ाया। गैरी ही अपने साथी खिलाड़ियों को इन लोगों से बात करने के लिए मना करते हुए कहता था – “वो पाकी (पाकिस्तानी) है, शेख नहीं… उससे बात क्यों कर रहे।”

अजीम रफीक ने लंदन में संसदीय सुनवाई के दौरान यह भी बताया कि वो टीम कल्चर में रंगने-बसने के लिए शराब भी पीना शुरू कर दिए थे। बावजूद गैरी बैलेंस उन्हें छोटा महसूस कराने के लिए नस्लवादी चुटकुले बनाता था। रफीक के पाकिस्तानी मूल होने के कारण गैरी हमेशा ही दूसरों के सामने अपमानजनक टिप्पणी करता था।

आपको बता दें कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन पर नस्लवाद का आरोप लगने के बाद BBC ने अपने शो से बाहर कर दिया है। हालाँकि माइकल वॉन ने अपनी बात रखते हुए लिखा था, “मैं पूरी तरह और स्पष्ट रूप से इनकार करता हूँ, मैंने कभी उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, मेरे पास कुछ भी छिपाने के लिए नहीं है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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