गुरुवार (अप्रैल 4, 2019) को सीबीआई ने एक ऐसे व्यक्ति को लखनऊ के गोमतीनगर इलाके से गिरफ्तार किया जो डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से लेकर चीन और साउथ अफ्रीका तक के लोगों को ठग चुका है। प्रमोद कुमार जैन नामक यह अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड मूलतः राजस्थान के सीकर का रहने वाला है। लखनऊ के गोमती नगर में वह किनो ऑर्गेनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी चला रहा था।
प्रमोद की इस कंपनी में 50 से भी ज्यादा लोग कार्यरत हैं। ओमेक्स हाइट्स के टावर नंबर 1 में जहाँ उसका ऑफिस था वहीं टॉवर नंबर 2 के 1203 नंबर पेंटहाउस में वह अपने परिवार के साथ रहता था। प्रमोद की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई को उसके पास से 3 लग्जरी कारें भी बरामद हुई हैं।
प्रमोद पर आरोप है कि उसने अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, असम, बंगलुरु, जयपुर समेत देश के अलग-अलग शहरों में 32 से अधिक कंपनियाँ बनाकर बैंकों से लोन लिए हैं। खबरों की मानें तो प्रमोद ने सिलवासा में डी-कंपनी के ₹12 करोड़ हड़प लिए थे। लेकिन फिर भी प्रमोद पकड़ में नहीं आ पाया था।
इन सभी जालसाज़ियों के साथ उसने अपने कंपनी में काम करने वाले पवन मिश्रा के नाम पर भी साल 2008 में ₹92 लाख का लोन लिया था। लोन वापसी न होने पर जब घोटाले की जाँच कर रही सीबीआई टीम ने पवन से पूछताछ शुरू की तब पता चला कि उसने लोन लिया ही नहीं था। खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए पवन ने धोखेबाज प्रमोद की तलाश शुरू कर दी। इस कड़ी में पवन को उसके दोस्त से मेरठ में प्रमोद की बेटी की शादी का वीडियो मिला जिसके बाद पवन ने प्रमोद के लखनऊ स्थित निवास का पता लगाया। इसके बाद पवन ने 9 लोगों की एक टीम को हायर किया जिसने प्रमोद के हर कदम पर नजर रखी। पूरी जानकारी एकत्रित करने के बाद गुरुवार को पवन सीबीआई टीम के साथ लखनऊ आया और प्रमोद की गिरफ्तारी संभव हुई।
नवभारत में छपी खबर के अनुसार प्रमोद और उसका पूरा परिवार धोखेबाजी और जालसाजी के इस धंधे से जुड़ा हुआ है। प्रमोद कभी सुशील मोदी तो कभी प्रकाश फूल चंद्र छाबड़ा बनकर भी रह चुका है। उसकी पत्नी अंजू मोदी भी लखनऊ में अंजलि मोदी के नाम से रह रही है। प्रमोद पर आरोप है कि वह ईटानगर में एक सरकारी अधिकारी की पत्नी के नाम पर ₹3 करोड़ का लोन ले चुका है। साथ ही उसने लखनऊ में अर्चना सहाय नाम की महिला की जमीन भी हड़प रखी है।