Sunday, December 22, 2024
Homeविविध विषयअन्यरमेश बाबू प्रज्ञानानंद: परीक्षा में आएगा सवाल, याद कर लीजिए इस नाम को -...

रमेश बाबू प्रज्ञानानंद: परीक्षा में आएगा सवाल, याद कर लीजिए इस नाम को – शतरंज विश्व कप के फाइनल में 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन से खेला ड्रॉ

बॉबी फिशर और मैग्नस कार्लसन के बाद प्रज्ञानानंद शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुँचने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। प्रज्ञानानंद बीते दो दशक में भारत की ओर से फाइनल खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी भी। इससे पहले विश्वानाथन आनंद ने साल 2000 और 2002 में पहले दो विश्व कप जीते थे।

रमेश बाबू प्रज्ञानानंद (Rameshbabu Praggnanandhaa) – इस नाम को याद रख लीजिए। प्रतियोगी परिक्षाओं में यह सवाल आने वाला है। क्यों? क्योंकि 18 साल के इस लड़के ने इतिहास रच दिया है। फाइड शतरंज विश्व कप 2023 (FIDE Chess World Cup 2023 Final) के फाइनल में प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड नंबर वन मैग्नस कार्लसन के साथ पहला गेम ड्रॉ खेला।

सफेद मोहरों से खेलते हुए प्रज्ञानानंद ने कहीं अधिक अनुभवी और बेहतर रेटिंग वाले कार्लसन को ड्रॉ खेलने के लिए मजबूर किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच 35 चाल की गेम हुई। 23 अगस्त को फाइनल का दूसरा मैच खेला जाएगा, जिसमें मैग्नस कार्लसन सफेद मोहरों के साथ शुरुआत करेंगे।

भारतीय ग्रैंड मास्टर रमेश बाबू प्रज्ञानानंद (Rameshbabu Praggnanandhaa) ने सोमवार (21, अगस्त 2023) को अमेरिकी ग्रैंड मास्टर फैबियानो कारूआना को हराकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह फाइड शतरंज विश्व कप 2023 (FIDE Chess World Cup 2023 Final) के फाइनल में पहुँच गए। जहाँ उनका मुकाबला विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) से होगा। भारत के महान शतंरज खिलाड़ी और पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आंनद ने भी प्रज्ञानानंद की तारीफ की है।

फाइड शतरंज विश्व कप 2023 का आयोजन अजरबैजान के बाकू में हो रहा है। जहाँ 18 वर्षीय रामबाबू प्रज्ञानानंद ने फैबियानो कारूआना के साथ दो मैचों की क्लासिकल सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त की थी। हालाँकि इसके बाद रोमांचक टाइब्रेकर मुकाबले में प्रागनानंदा ने कारूआना को 3.5-2.5 से पछाड़ते हुए फाइनल में जगह बना ली।

बॉबी फिशर और मैग्नस कार्लसन के बाद प्रज्ञानानंद शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुँचने तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। इसके अलावा प्रज्ञानानंद बीते दो दशक में भारत की ओर से फाइनल खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी होंगे। इससे पहले विश्वानाथन आनंद ने साल 2000 और 2002 में पहले दो विश्व कप जीते थे।

प्रज्ञानानंद के फाइनल में पहुँचने पर विश्वानाथन आनंद ने खुशी जताई है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “प्राग फाइनल में पहुँच गया है। उसने टाईब्रेकर में फैबियानो कारूआना को हराया। अब उनका मुकाबला मैग्नस कार्लसन से होगा। क्या प्रदर्शन है।”

फाइड शतरंज विश्व कप फाइनल में रमेश बाबू प्रज्ञानानंद का मुकाबला नार्वे के मैग्नस कार्लसन से होगा। यह मुकाबला मंगलवार (22 अगस्त, 2023) को शाम 4:30 से खेला जाएगा। इस मुकाबले को FIDE Chess के यूट्यूब चैनल पर लाइव देखा जा सकता है। बता दें कि ग्रैंड मास्टर मैग्नस कार्लसन 5 बार के फाइड शतरंज विश्व कप विजेता हैं। साथ ही 4 बार के विश्व रैपिड शतरंज चैंपियन और मौजूदा 6 बार के विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियन हैं। कार्लसन 1 जुलाई 2011 से अब तक विश्व शतरंज रैंकिंग में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बने हुए हैं।

रमेश बाबू प्रज्ञानानंद और मैग्नस कार्लसन के बीच होने वाले मुकाबले में दोनों के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है। प्रज्ञानानंद कार्लसन को इससे पहले हरा चुके हैं। उन्होंने 22 फरवरी, 2022 को महज 16 साल की उम्र में तत्कालीन विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को एयरथिंग्स मास्टर्स रैपिड शतरंज टूर्नामेंट के दौरान रैपिड राउंड में हराया था। इसके अलावा उन्हें ब्लिट्ज में भी मात दे चुके हैं।

10 अगस्त 2005 को जन्मे रमेश बाबू प्रज्ञानानंद चेन्नई के रहने वाले हैं। वह साल 2016 में महज 10 साल, 10 महीने और 19 दिन की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बन गए। वह सबसे कम उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बनने वाले खिलाड़ी हैं। दो साल बाद यानी साल 2018 में वह सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बने थे।

इससे पहले प्रज्ञानानंद ने साल 2013 में 7 साल की उम्र में विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप अंडर-8 का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद साल 2015 में अंडर-10 का खिताब जीता। प्रज्ञानानंद की बहन वैशाली रमेश बाबू भी शतरंज खिलाड़ी हैं। वह भी अंडर-12 और अंडर-14 की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं। उन्होंने साल 2016 में विमेन इंटरनेशनल मास्टर का खिताब जीता था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘शायद शिव जी का भी खतना…’ : महादेव का अपमान करने वाले DU प्रोफेसर को अदालत से झटका, कोर्ट ने FIR रद्द करने से...

ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग को ले कर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले एक प्रोफेसर को दिल्ली हाईकोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया है।

43 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री ने कुवैत में रखा कदम: रामायण-महाभारत का अरबी अनुवाद करने वाले लेखक PM मोदी से मिले, 101 साल...

पीएम नरेन्द्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुँचे। यहाँ उन्होंने 101 वर्षीय पूर्व राजनयिक मंगल सेन हांडा से मुलाकात की।
- विज्ञापन -