चक्रवात ‘फानी’ को हिंदुस्तान की ओर रुख कर आगे बढ़ता देखते हुए गृह मंत्रालय ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इन्हीं तैयारियों के अंतर्गत ₹1000 करोड़ से अधिक का एक फंड उन चार राज्यों के लिए तैयार किया गया है जिनके इस चक्रवात की चपेट में आने की सम्भावना है। यह चारों राज्य भारत के पूर्वी समुद्र तट पर हैं।
पैसा सीधे राज्यों के आपदा रिस्पॉन्स फंड में
यह धनराशि चारों राज्यों तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा की राज्य सरकारों के आपदा रिस्पॉन्स फंड में सीधे जमा की जाएगी। तमिलनाडु को ₹309.75 करोड़, आंध्र प्रदेश ₹200.25 करोड़, ओडिशा को ₹340.875 करोड़ और पश्चिम बंगाल को ₹235.50 करोड़ दिए जाएँगे। कल (सोमवार) शाम से हाई अलर्ट पर चल रहे यह राज्य इस राशि का उपयोग नुक्सान की रोकथाम और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए करेंगे।
नेवी भी चौकस, बंगाल की खाड़ी में है तूफ़ान का उद्गम
फ़ानी तूफ़ान का उद्गम बंगाल की खाड़ी में चेन्नै से 690 किमी और तमिलनाडु के ही अन्य शहर मछलीपट्टनम से 760 km दक्षिणपूर्व में बताया जा रहा है। गृहमंत्रालय के एक अधिकारी ने आज शाम को ही यह जानकारी दी कि पहले उत्तर की ओर बढ़ते इस तूफ़ान के बारे में अनुमान है कि 1 मई (कल, बुधवार) की शाम के आसपास यह ओडिशा की तरफ़ मुड़ जाएगा।
पूर्वी नेवल कमांड (ENC) को भी हाई अलर्ट पर मानवीय सहायता के लिए तैयार रहने को कहा गया है, इस आशय से नेवी के एक प्रवक्ता ने मंगलवार शाम को जानकारी दी है। चेन्नै और विशाखापत्तनम स्थित भारतीय नेवी के पोतों को आपदा सहायता, बचाव अभियान, मेडिकल सहायता आदि के लिए स्टैंडबाई पर रखा गया है। इन पोतों पर डॉक्टरों, दवाओं, कपड़ों, बचाव अभियान की रबर नावों सहित सभी सामग्री को संग्रहित कर लिया गया है।
नेवी कमांड स्थिति पर पैनी नजर रखे है और चारों राज्यों की राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क और समन्वय स्थापित किए हुए है।