आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्वकप में अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर हुआ है। अमेरिका ने सुपर ओवर तक खिंचे मैच में पाकिस्तान को हरा कर सभी को चौंका दिया है। इस मैच में जीत के हीरो भारतीय मूल के खिलाड़ी रहे, जो अब काफी चर्चा बटोर रहे हैं। अमेरिका की जीत में जिन भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक योगदान दिया, उनमें कप्तान मोनाँक पटेल, बाएँ हाथ के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रावलकर, स्लो लेफ्ट आर्म स्पिनर नोस्तुशा प्रदीप केन्जिगे का नाम शामिल है। इसके अलावा हरमीत सिंह, जसदीप सिंह, नीतीश कुमार का भी अहम योगदान दिया। मैन ऑफ द मैच कप्तान मोनाँक पटेल रहे, जिन्होंने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और अमेरिकी टीम को जीत दिलाई।
अमेरिकी जीत के हीरो रहे 3 सबसे बड़े खिलाड़ी
अमेरिकी क्रिकेट टीम ने जिस पाकिस्तानी टीम को हराया, उसके हारने की उम्मीद किसी को नहीं थी, लेकिन भारतीय मूल के जिन खिलाड़ियों की चर्चा हो रही है, उनमें सौरभ नेत्रावलकर, मोनाँक पटेल, नोस्तुशा प्रदीप केन्जिगे का नाम है। इसके साथ ही हरमीत सिंह ने भी शानदार प्रदर्शन किया। सौरभ, नोस्तुशा और हरमीत ने बॉलिंग में पाकिस्तान को बाँधकर रखा, तो मोनाँक पटेल ने शानदार अर्थशतक लगाते हुए अमेरिकी टीम को रनों का पीछा करते हुए कभी धीमा नहीं पड़ने दिया। आइए, जानते हैं इन खिलाड़ियों को…
सौरभ नेत्रावलकल, सॉफ्टवेयर इंजीनियर जिसने पढ़ाई के लिए छोड़ दिया था क्रिकेट
सौरभ नेत्रावलकर साल 2010 में भारतीय क्रिकेट के उदीयमान सितारे थे। आईसीसी क्रिकेट अंडर-19 विश्वकप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले सौरभ ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी भी खेला। पढ़ाई बीच में आड़े आई, तो 2 साल पढ़ाई भी छोड़ी और जब घरेलू क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले, तो पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका चले गए। कभी रोहित शर्मा, धवल कुलकर्णी, के एल राहुल जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूप शेयर करने वाले सौरभ को अमेरिका में क्रिकेट से जुड़े एक ऐप को बनाने के लिए इंटर्नशिप और बाद में ओरेकल कंपनी में नौकरी मिल गई।
अमेरिका में घूम-घूम कर क्रिकेट खेलने वाले सौरभ की किस्मत खुली 2018 में। सौरभ ने अमेरिका में तीन साल पूरे किए और उसी समय आईसीसी ने सात साल की शर्त को घटाकर तीन साल कर दिया। जब अमेरिकी टीम ट्रेनिंग के लिए लॉस एंजिल्स आई तो वहाँ के कोच को सौरभ का खेल पसंद आया और धीरे-धीरे अमेरिकी टीम के दरवाजे उनके लिए खुलते गए। बाद में उन्होंने अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट, कैरेबियन प्रीमियर लीग और इंटरनेशनल लीग 20-20 में हिस्सा लिया।
सौरभ नेत्रावलकर अब अमेरिकी टीम के प्रमुख स्तंभ हैं। उनकी अगुवाई में अमेरिकी टीम ने बांग्लादेश को 2-1 से हराया, तो विश्वकप के पहले मैच में अमेरिका ने कनाडा को हराया। कनाडा के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को हराया, जिसमें सौरभ ने खतरनाक पाकिस्तानी बल्लेबाज इफ्तिखार अहमद को 2 बार आउट किया। एक बार मुख्य पारी में, तो दूसरी बार सुपर ओवर में, उन्होंने मोहम्मद रिजवान जैसे धाकड़ बल्लेबाज को अपना शिकार बनाकर पाकिस्तान को पहला झटका दिया था। अब तक दोनों मैच जीत चुके अमेरिका के लिए सौरभ नेत्रावलकर उसके मिचेल स्टार्क साबित हो रहे हैं। सौरभ अमेरिका के लिए 48 वनडे मैचों में 73 विकेट ले चुके हैं, तो 29 टी-20 मैचों में 29 विकेट लेकर सबसे आगे हैं। सौरभ के नाम लिस्ट-1 क्रिकेट में 117 विकेट दर्ज हैं।
मोनाँक पटेल कौन हैं?
मोनाँक पटेल गुजरात के आणंद में पैदा हुए। वो 31 साल के हैं और विकेटकीपिंग भी करते हैं। गुजरात अंडर-19 खेलने के बाद वो अमेरिका की मेजर क्रिकेट लीग और माइनर क्रिकेट लीग में भी खेलते हैं। अमेरिका के कप्तान मोनाँक पटेल वनडे क्रिकेट में 2 शतक और 10 अर्धशतक लगा चुके हैं, तो टी-20 में भी 3 अर्धशतक उनके नाम है। हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ अमेरिकी टीम की 2-1 से सीरीज जीत में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।
इसके अलावा नोस्तुश केनजिगे भी भारतीय मूल के हैं। हालाँकि वो अमेरिका में ही पैदा हुए। नोस्तुश बाएँ हाथ की स्पिन गेंदबाजी करते हैं और पॉवरप्ले में विकेट निकालने के लिए माहिर माने जाते हैं।
हरमीत सिंह, जो कभी माना जाता था भारतीय क्रिकेट का भविष्य
अमेरिकी टीम में भारतीय क्रिकेट के अहम सितारे रहे हरमीत सिंह भी शामिल हैं। वो बॉलिंग आल राउंडर हैं। कभी भारतीय क्रिकेट के बड़े खिलाड़ियों को चौंकाने वाले हरमीत सिंह मुंबई में ही पैदा हुए और मुंबई के अलावा त्रिपुरा के लिए भी खेल चुके हैं। उन्होंने आईपीएल में भी हिस्सा लिया था और राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए मैच बी खेले थे। दिलीप सरदेसाई जैसे महान क्रिकेट को उनमें बिशन सिंह बेदी की छवि दिखती थी।
खास बात ये है कि हरमीत सिंह उन गिने-चुने खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने 2-2 अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में भारत के लिए हिस्सा लिया था। हालाँकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें विकेट भले नहीं मिला, लेकिन उन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी से पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम और शादाब खान को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया और सुपरओवर में बिना कोई बड़ा शॉट लगाए भी अमेरिकी टीम के लिए अहम रन जुटाए।
ऐसा रहा मैच का हाल
आईसीसी टी-20 विश्वकप के 11वें मैच में अमेरिका के कप्तान मोनाँक पटेल ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। अमेरिकी गेंदबाजों ने पाकिस्तान पाकिस्तान को झटके पर झटके दिए और महज पाँचवें ओवर में ही 26 रनों पर पाकिस्तान के तीन विकेट गिरा दिए। मोहम्मद रिजवान (9), उस्मान खान (3) और फखर जमान (11) आउट हो गए। पाकिस्तान को पहला झटका रिजवान के रूप में सौरभ नेत्रावलकर ने दिया, तो उनके साथी नोस्तुश केनजिगे ने दूसरा झटका दिया। पाकिस्तान किसी तरह से 20 ओवरों में 7 विकेट पर 159 रन बनाने में सफल रहा। केन्जिगे ने 4 ओवरों में 30 रन देकर तीन विकेट लिए, तो सौरभ नेत्रावलकर ने 4 ओवरों में महज 18 रन देकर 2 विकेट लिए। एक-एक विकेट अली खान और जसदीप सिंह को मिला।
इसके जवाब में अमेरिकी टीम ने शानदार खेल दिया। अमेरिकी टीम ने 20 ओवरों में 3 विकेट खोकर 159 रन बनाए। कप्तान मोनाँक पटेल ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए 50 रनों की पारी खेली। हालाँकि आखिरी गेंद पर नीतीश कुमार ने चौका लगाकर मैच को टाई कराया। हैरिस राउफ 15 रनों का बचाव नहीं कर सके। आरोन जोन्स ने छक्का और नीतीश कुमार ने चौका लगाकर 14 रन जुटा लिए। इसके बाद आया जादुई ओवर, जिसमें शाहीन शाह अफरीदी ने 18 रन दे दिए। लेकिन सौरभ नेत्रावलकर ने इफ्तिखाद अहमद जैसे बड़े खिलाड़ी को चकमा देकर आउट कर दिया और पाकिस्तान 5 रनों से पीछे रह गया।