Sunday, November 17, 2024
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‘गोश्त खाना शुरू कर दिया, इसीलिए तगड़े हो गए भारत के गेंदबाज’: वर्ल्ड कप में भारत के परफॉर्मेंस पर बोले शाहिद अफरीदी

"भारत ने सही जगह इन्वेस्ट किया है। उन्होंने जमीनी लेवल पर बदलाव किए। राहुल द्रविड़ जैसे प्लेयर को लेकर आए और उनके हाथ में पूरी डोमेस्टिक क्रिकेट सौंप दी।"

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा कि माँस खाने और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के कारण भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। इसके अलावा उन्होंने सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी और द्रविड़ की कोचिंग की भी तारीफ की। ये वीडियो उस दौरान का है, जब भारतीय गेंदबाजों ने वर्ल्ड कप के अपने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के छके छुड़ा दिए थे। मात्र 199 पर ऑस्ट्रेलिया की टीम ऑलआउट हो गई थी।

समा टीवी पर भारतीय क्रिकेट टीम में हुए बदलाव को लेकर चर्चा हो रही थी। इसी दौरान शाहिद अफरीदी ने कहा, “भारत का क्रिकेट अब एकदम अलग हो गया है। वहाँ डेढ़ अरब की आबादी है। हम पहले भी यही कहते थे कि सारे बैटर वहाँ (भारत) से आ रहे हैं और गेंदबाज यहाँ (पाकिस्तान) से आते हैं। हालाँकि, पाकिस्तान से गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों आते थे।”

(नीचे संलग्न किए गए वीडियो में इस बातचीत को 7:45 मिनट के बाद से सुना जा सकता है।)

शाहिद अफरीदी ने आगे कहा, “भारत के बॉलर्स ने थोड़ा गोश्त वगैरह खाना शुरू किया तो थोड़े तगड़े हो गए। इसके अलावा आईपीएल ने भी उनकी क्रिकेट में बड़ा बदलाव किया है। एक तो सौरव गांगुली की कप्तानी में बहुत सारा बदलाव हुआ। इसके बाद धोनी जिस तरह से सीनियर्स खिलाड़ियों को लेकर आगे बढ़े उससे भी बड़ा प्रभाव पड़ा है।”

भारतीय क्रिकेट में हुए बदलाव पर बोलते हुए शाहिद अफरीदी ने आगे कहा, “भारत ने सही जगह इन्वेस्ट किया है। उन्होंने जमीनी लेवल पर बदलाव किए। राहुल द्रविड़ जैसे प्लेयर को लेकर आए और उनके हाथ में पूरी डोमेस्टिक क्रिकेट सौंप दी। द्रविड़ को पता है कि प्लेयर्स को बड़े लेवल पर पहुँचने के लिए शुरुआत से ही किन-किन चीजों की जरूरत होती है। भारत ने काम किया, इन्वेस्ट किया। इसके चलते टैलेंट आता ही जा रहा है। भारत चाहे तो क्रिकेट की 2 टीमें बना सकता है।”

इसके अलावा अफरीदी ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम की फील्डिंग को लेकर कहा कि यह शुरू से ही खराब है। 1947 से अखबार उठाकर देख लीजिए। बिजली, गैस और पाकिस्तान की फील्डिंग का वही हाल है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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