Monday, December 23, 2024
Homeविविध विषयअन्यMake In India का कमाल, एक वर्ष में हुआ 6000 से भी अधिक रेलवे...

Make In India का कमाल, एक वर्ष में हुआ 6000 से भी अधिक रेलवे कोच का निर्माण

चेन्नई स्थित इंडियन कोच फैक्ट्री ने तो कोच बनाने के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। ये अब विश्व के सबसे बड़े रेलकार निर्माताओं में से एक बन गया है।

मेक इन इंडिया के अंतर्गत रेलवे कोच बनाने में भी भारत का मैन्युफैक्चरिंग उद्योग आसमान छू रहा है। रेलवे की इंडियन कोच फैक्ट्री (ICF), मॉडर्न कोच फैक्ट्री (MCF) और रेल कोच फैक्ट्री (RCF) ने मिलकर वित्त वर्ष 2018-19 में रिकॉर्ड संख्या में रेलवे कोच का निर्माण किया है। इस वर्ष कुल 6037 कोच बनाए गए, जो पिछले वित्त वर्ष में बनाए गए 4470 कोच की संख्या से कुल 35% ज्यादा है। पिछले वर्ष भी रिकॉर्ड कोच का निर्माण किया गया था। इस बार भारतीय रेलवे ने अपने उस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है।

चेन्नई स्थित इंडियन कोच फैक्ट्री ने तो कोच बनाने के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। ये अब विश्व के सबसे बड़े रेलकार निर्माताओं में से एक बन गया है। इसने चीन के अग्रणी रेलकोच निर्माताओं को पीछे छोड़ते हुए इस बार इस वर्ष 2600 से भी अधिक रेलवे कोच का निर्माण किया। आपको बता दें कि ये सब रिकार्ड्स तब हासिल किए गए हैं जब रेलवे कई तरह की मुश्किलों का सामना कर रहा है और उसे कई अन्य तरह के कोच भी बनाने पड़ रहे हैं। उदाहरण के तौर पर वन्दे भारत एक्सप्रेस सहित अन्य आधुनिक तीनों के लिए अलग तरह के कोच बनाए जाते हैं।

रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री ने भी इस वित्त वर्ष 1425 कोच का निर्माण कर एक नया रिकॉर्ड सेट किया। इस तरह से उसने लक्ष्य से ज्यादा कोच का निर्माण किया। पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में भी फैक्ट्री ने 710 कोच बनाने का लक्ष्य रखा था लेकिन वर्षांत तक उसने उस से एक ज्यादा कोच का निर्माण किया। इस वर्ष 1422 कोच बनाने का टारगेट रखा गया था लेकिन फैक्ट्री ने उस से 3 अधिक कोच बना कर अपनी उत्पादन क्षमता से सबको प्रभावित किया। एमसीएफ ने एसी पैंट्री (हॉट बफेट) कार, अंडर स्लंग पॉवर कार, नॉन-एसी चेयर कार, आरडीएसओ (Research Designs and Standards Organisation, RDSO) के लिए ट्रैक रिकॉर्डिंग कार सहित विभिन्न प्रकार के रेलवे कोच का निर्माण किया।

इस तरह से एमसीएफ ने न सिर्फ़ ज्यादा संख्या में कोच बनाए बल्कि कई वैरायटी के भी कोच बनाए। न सिर्फ़ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्टार पर भी रायबरेली का एमसीएफ रेलवे कोच निर्माण के मामलों में नए मापदंडों को छू रहा है। ख़बर आई थी कि इस वर्ष अकेले जनवरी महीने में एमसीएफ ने 152 Linke Hofmann Busch (LHB) कोच का निर्माण किया। ये फैक्ट्री के लिए अब तक का सर्वाधिक उत्पादन है। इन आँकड़ों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि वित्त वर्ष 2019-20 में ये रिकॉर्ड भी टूट जाएगा और इस से कहीं अधिक रेलवे कोच का निर्माण होगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -