भारतीय टेक कम्पनी इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति ने अपने चार महीने के पोते को ₹240 करोड़ का उपहार दिया है। उन्होंने यह उपहार इंफोसिस के शेयर के रूप में दिया है, जिसकी चर्चा अब सब कहीं हो रही है। इसी के साथ उनका पोता अब भारत के अरबपतियों की सूची में शुमार हो गया है।
इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति के बेटे रोहन मूर्ति और बहू अपर्णा कृष्णन के यहाँ चार माह पहले बच्चे ने जन्म लिया था। बच्चे का नाम एकाग्रह रखा गया है। अपने पोते एकाग्रह को नारायणमूर्ति ने अपनी कम्पनी इंफोसिस के 15 लाख शेयर दिए हैं। यह शेयर उन्होंने अपने हिस्से गिफ्ट के तौर पर दिए हैं। इन 15 लाख शेयरों का बाजार भाव लगभग ₹240 करोड़ होता है। इसी के साथ उनका पोता एकाग्रह भी अरबपति के साथ साथ इंफोसिस के प्रमोटर समूह का हिस्सा बन गया है।
यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज में दी गई एक सूचना के बाद सामने आई है। इसके अनुसार, नारायणमूर्ति ने जितने शेयर उपहार के तौर पर दिए हैं, वह पूरी कम्पनी का 0.04% हिस्सा हैं। इसी के साथ नारायणमूर्ति की इंफोसिस में हिस्सेदारी 0.40% से घट कर 0.36% पर आ गई।
नारायणमूर्ति के बेटे और एकाग्रह के पिता रोहन सोरोको कम्पनी के फाउंडर हैं। रोहन की इंफोसिस में 1.6% की हिस्सेदारी है। वह अन्य कई सम्मनित संस्थाओं के सदस्य भी हैं। उनका विवाह 2018 में अपर्णा कृष्णन से हुआ था। उनका इससे पहले एक और विवाह भारत की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी TVS के मालिक की बेटी लक्ष्मी वेणु से हुआ था। हालाँकि, दोनों के बीच 2015 में तलाक हो गया।
नारायणमूर्ति के बेटे रोहन की बहन अक्षता मूर्ति इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। उनके भी दो बेटियाँ हैं। अक्षता मूर्ति की भी इंफोसिस में हिस्सेदारी है। वह कम्पनी में 1% की हिस्सेदारी रखती हैं। अक्षता और रोहन की माता तथा नारायणमूर्ति की पत्नी तथा हाल ही में राज्यसभा सांसद मनोनीत की गईं सुधा मूर्ति के पास भी इंफोसिस में 0.9% की हिस्सेदारी है। नारायणमूर्ति की पत्नी और समाजसेवी सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति ने राज्यसभा में मनोनीत किया था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी इंफोसिस के संस्थापक सदस्यों में से एक नंदन नीलेकणी के पोते तनुष नीलेकणी को भी अरबों के शेयर दिए गए थे। वह वर्तमान में 6 वर्ष के हैं। जब उन्हें 7.76 लाख शेयर दिए गए थे। इनकी वर्तमान में बाजार कीमत ₹120 करोड़ के आसपास है।