1983 की विश्व विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव (Kapil Dev) ने प्रेशर का रोना रोने वाले खिलाड़ियों को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा है कि जो खिलाड़ी दबाव नहीं झेल सकते उन्हें केले और अंडे की दुकान लगानी चाहिए। उन्हें किसी ने क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया है।
कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान कपिल देव ने यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को खेल का आनंद लेना चाहिए। एक खिलाड़ी को देश का प्रतिनिधित्व करते हुए गर्व होना चाहिए, न कि दबाव महसूस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि खिलाड़ी आजकल आईपीएल खेलने की वजह से प्रेशर में हैं। दबाव एक बहुत ही सामान्य शब्द है। ऐसे में मैं दबाव महसूस करने वाले खिलाड़ी से कहूँगा कि वे क्रिकेट ना खेले। उनको किसी ने क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया है। जब आप इतने बड़े स्तर (विश्व स्तर) पर खेलेंगे तो दबाव और प्रतिस्पर्धा होगी। आपकी प्रशंसा और आलोचना होगी। यदि आप आलोचना नहीं सह सकते तो मत खेलिए।
‘Kele ki shop lagao, Ande becho ja ke’: #KapilDev‘s controversial remark on ‘pressure’ of playing in #IPL #IPL2023 https://t.co/HYnlhgVyoL
— DNA (@dna) December 20, 2022
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि प्रेशर एक अमेरिकी शब्द है। अगर आप काम नहीं करना चाहते तो न करें। क्या कोई आपको मजबूर कर रहा है? जाकर केले की दुकान लगाओ। अंडे बेचो। आपको मौका मिला है तो आप इसे दबाव के रूप में क्यों ले रहे हैं? कपिल ने कहा कि 100 करोड़ से भी अधिक आबादी वाले देश में आपको देश के प्रतिनिधित्व का मौका मिला है और आप दबाव में हैं। यह कैसे हो सकता है? जिन खिलाड़ियों को टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला, उन्हें खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए क्योंकि आपको लोगों का भरपूर प्यार मिल रहा है। हर किसी को यह खुशी नहीं मिलती।
आपको बता दें कि विराट कोहली समेत कई खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में अपने मेंटल हेल्थ को लेकर अनुभव साझा किया था। कोहली ने एक इंटरव्यू में कहा था कि एक समय में वे मानसिक रूप से कमजोर महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि लोगों से भरे कमरे में भी उन्हें अकेलापन सा लगता था। कोहली ने एशिया कप मुकाबले से पहले क्रिकेट से कुछ दिनों का ब्रेक भी लिया था। हालाँकि ब्रेक से वापसी के बाद कोहली का प्रदर्शन तो ठीक-ठाक रहा, लेकिन हाल के दिनों में टीम इंडिया बड़े मुकाबलों और प्रेशर मैचों में आसानी से हार गई। एशिया कप के बाद हाल ही में संपन्न टी 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन औसत रहा। फेवरेट मानी जा रही टीम फाइनल तक नहीं पहुँच सकी। जिसके बाद से भारतीय क्रिकेटरों को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।