सोशल मीडिया पर रूस की एक कृष्ण भक्त महिला चर्चा में है। इनका नाम स्वेतलाना ओचिलोवा (Svetlana Ochilova)। स्वेतलाना का पहला पति मुस्लिम था। वह उन पर इस्लाम कबूलने का दबाव डालता था। स्वेतलाना ने कृष्ण भक्ति के जरिए पहले इस रिश्ते से मुक्ति का रास्ता खोजा। अब वे एक हिंदू से शादी करने जा रही हैं।
पेशे से ग्राफिक डिजाइनर स्वेतलाना के इंस्टाग्राम पर एक लाख से ज्यादा फॉलोवर हैं। कृष्ण भक्ति से अपने जीवन में आए बदलावों के बारे में वे वीडियो और पोस्ट के जरिए लोगों को लगातार बताती रहती हैं। उनके इंस्टाग्राम पोस्ट्स को पढ़ने से पता चलता है कि मुस्लिम शौहर उनको मारता-पीटता था। इस्लाम कबूलने का दबाव बनाता था। इस रिश्ते से उनका एक बेटा भी है।
स्वेतलाना अब भारत के मायापुर में रहती हैं। 14 जनवरी 2022 को इंस्टाग्राम पर साझा किए गए एक वीडियो में उन्होंने बताया है, “मैं वास्तविक खुशी की तलाश में थी। मुझे लगा था जब बच्चा होगा तो मुझे खुशी मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरी ओर मेरा पति एक कट्टर मुस्लिम था। वह मुझ पर इस्लाम अपनाने का दबाव डालता था। मैं काफी डिप्रेशन में चली गई थी। मैं इस कदर टूट गई थी कि मैं नौवीं मंजिल पर स्थित अपने घर से छलांग लगाना चाहती थी। लेकिन मैं भगवान कृष्ण का शुक्रिया अदा करना चाहूँगी कि उन्होंने मुझे बचा लिया। मेरी यह शादी एक गलती थी। इस तरह की चीजें जो सह रही हैं, मैं उनका दर्द समझ सकती हूँ। उस समय मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं नरक में जी रही हूँ।”
मुस्लिम शौहर की प्रताड़नाओं ने स्वेतलाना को कृष्ण भक्ति की ओर मोड़ा। साल 2016 में वे करीब एक साल तक अपने पति से अलग रहीं। भारत आईं। इस दौरान हुए अनुभवों के आधार पर खुद को कृष्ण भक्ति की मार्ग पर ले जाने का फैसला किया। वह कहती हैं, “मेरे अंदर से पति का डर पूरी तरह से चला गया। मैं खुश रहने लगी। साल 2017 में मेरे पति ने मुझसे कहा कि कृष्णा और मेरे बीच किसी एक को चुनो। मैंने कृष्णा को चुना। इसके बाद हम दोनों का तलाक हो गया।”
तलाक के बाद स्वेतलाना भारत आ गईं। बेटे के साथ मायापुर में रहने लगीं। यहीं उनकी मुलाकात रौशन झा से हुई। वे भी कृष्ण भक्त हैं। एक दूसरे को जानने के बाद दोनों ने सगाई कर ली। सगाई के बारे में एक पोस्ट में बताते हुए स्वेतलाना ने लिखा है, “वह सच में हमारी फिक्र करते हैं। रौशन झा ने मुझे मेरे अतीत, वर्तमान और भविष्य के साथ स्वीकार किया है। वह मुझसे प्यार करते हैं। मेरे बेटे को भी उन्होंने अपने बेटे की तरह अपना लिया है।”
इंस्टाग्राम पर शेयर एक अन्य पोस्ट में स्वेतलाना ने बताया है कि वह कैसे पहले भौतिकवाद की तरफ भागती थीं। लेकिन भारत आकर और कृष्ण भक्ति से उन्हें कैसे शांति मिली है।