लास वेगास के फाउंडेशन रूम (Foundation Room), मांडले बे रिज़ॉर्ट और कैसीनो के मालिकों ने घोषणा की है कि वो अपने क्लब में इस्तेमाल की गई देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के अनुचित इस्तेमाल पर आपत्ति के बाद उन मूर्तियों को कार्यक्रम स्थल से हटा देंगे। हालाँकि, इसमें महावीर स्वामी की प्रतिमा का जिक्र तो है लेकिन भगवान गणेश की प्रतिमा को लेकर इसमें कोई जिक्र नहीं किया गया है।
UPDATE! The social media pressure worked and the hotel @FRLasVegas has announced that they will remove the idols of our Gods respectfully. Congratulations & thank you to everyone who helped. https://t.co/Z44oKbnoht
— Abhishek Jain (@iabhishek_j) June 25, 2020
हाल ही में, सोशल मीडिया यूजर्स ने लास वेगास में बज़ी कॉकटेल लाउंज (Buzzy cocktail lounge) की कुछ तस्वीरों को शेयर किया था और लास वेगास में फाउंडेशन रूम के मालिकों द्वारा जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर के प्रति किए गए अनादर पर अपनी निराशा जाहिर की थी।
कुछ ही दिन पहले फाउंडेशन रूम क्लब की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई थीं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि इस क्लब को हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमाओं से ‘सजाया’ गया था। यही नहीं, इस क्लब में उन प्रतिमाओं के साथ पोल डांस होता है, न्यूडिटी में बार डांसर्स उन प्रतिमाओं पर बैठकर फ़ोटो खिंचवाती नजर आती हैं और शराब परोसी जाती है।
It sickens me that the owners of @FRLasVegas have put an idol of Lord Mahaveer in their hotel & are disrespecting our God. People are posing & posting pics with our idol in ways we are very hurtful to all Jains across the world. Something needs to be done. RT to spread this 🙏🏻 pic.twitter.com/HtLEiLhWoE
— Abhishek Jain (@iabhishek_j) June 24, 2020
ऐसी जगह पर महावीर, बुद्ध, गणेश, नटराज आदि सनातन धर्मों से जुड़े कई ईश्वर की प्रतिमाओं को रखा जाना और उनके साथ इस आचरण पर कई लोगों ने अपना रोष प्रकट किया था।
बताया जा रहा है कि इस क्लब की तस्वीरों के सामने आने पर उत्तरी नेवादा के कुछ धर्मगुरुओं द्वारा इस पर आपत्ति जताई गई थी, जिन्होंने मांडले बे में ‘द फाउंडेशन रूम’ से एक धर्म-आधारित प्रतिमा को हटाने का आग्रह किया था।
एक संयुक्त बयान में, धर्मगुरुओं ने कहा- “एक कैसीनो नाइट-क्लब को सजाने के लिए हिंदू और जैन देवताओं की आस्था के प्रतीक रखना बहुत ही अपमानजनक है और इन धर्मों के अनुयायियों के लिए परेशान करने वाला हो सकता है।”
इसके बाद बुधवार (जून 24, 2020) को, ‘फाउंडेशन रूम’ ने एक बयान जारी कर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर माफ़ी माँगी और कहा कि वो प्रतिमाओं को हटा देंगे ।
“फाउंडेशन रूम की दो दशकों से लम्बे समय से चली आ रही प्रेम, शांति, सच्चाई, धार्मिकता और अहिंसा के माध्यम से नस्लीय और आध्यात्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने की परंपरा पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। हम उन लोगों से माफी माँगते हैं, जो तस्वीरों से नाराज हैं और हम पूरी निष्ठा से इस पर काम करेंगे। हम सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह के असंवेदनशील चित्रण फिर से न हों। विशेष रूप से, हम अपने परिसर से महावीर स्वामी की मूर्ती को हटा रहे हैं। हमने हमेशा बातचीत को बढ़ावा देकर मामले सुलझाने का प्रयास किया है और आगे बढ़ने के लिए इस भावना के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
हालाँकि, इस ट्वीट में हिन्दू देवता गणेश की मूर्ती के अपमान को लेकर कोई बात नहीं कही गई है।